केंद्र की एनडीए सरकार में कृषि मंत्री बनने के बाद शिवराजसिंह चौहान पहली बार अपने गृह गांव जैत पहुंचे थे। पत्नी साधना सिंह भी उनके साथ थीं। शिवराजसिंह ने यहां कुलदेवी की पूजा की और खेड़ापति हनुमान तथा नर्मदा पूजन भी की। उन्होंने लोगों और कार्यकर्ताओं को अपनी रिकार्ड जीत के लिए आभार व्यक्त किया तथा कई विकास कार्यों का भूमिपूजन किया।
यह भी पढ़ें : एमपी में लाड़ली बहनों को 3 हजार देने कांग्रेस का बड़ा त्याग, वेतन भत्ता छोड़ेगे विधायक दोस्त के निधन से हुए शोक संतप्तखास बात यह है कि गृह क्षेत्र आए शिवराजसिंह चौहान अपने स्वर्गीय मित्र प्रकाश जाट के घर भी गए। कुछ दिन पहले प्रकाश जाट का निधन हो गया था। केंद्रीय कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री के रूप में व्यस्तम क्षणों में भी शिवराजसिंह चौहान को अपने अजीज दोस्त की मौत का गम सालता रहा। गृह क्षेत्र में आते ही वे उनके घर पहुंचे और परिजनों से मिले।
शिवराजसिंह चौहान ने जैत में करीब 5 करोड़ 9 लाख की लागत के हाईस्कूल का शिलालेख पूजन किया। बकतरा में भी 7 करोड़ 23 लाख की लागत के हाईस्कूल के लिए शिलालेख पूजन किया। वे शाहगंज भी गए।
गृह क्षेत्र में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान का बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। जैत में शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा सीट की ऐतिहासिक जीत पर कहा कि लोगों के प्यार और विश्वास ने विदिशा में रिकॉर्ड बना दिया। उन्होंने कहा कि आपने मुझे प्रचंड जनादेश दिया है। मैं हमेशा आपका भैया, बेटा बनकर रहूंगा।