भोपाल। एयर इंडिया के विमानों में तकनीकी खराबी आम बात हो गई है। कभी टायर फट जाता है तो कभी इंजन में खराबी आ जाती है। खराबी के बाद एयर इंडिया प्रबंधन फ्लाइट निरस्त कर देता है। लेकिन, घटनाक्रम से सबक नहीं लेता और इनकी पुनरावृत्ति होती है। एयर इंडिया के विमानों में यात्रा परेशानी का सबब बनती जा रही है। वहीं कंपनी की लापरवाही से उड़ान खतरे की उड़ान बन सकती है।
राजधानी से जेट और एयर इंडिया के विमानों का संचालन होता है। लेकिन, फ्लाइट के निरस्त होने, लेट होने या हादसे के हालात बनना ज्यादातर एयर इंडिया के साथ ही हो रहा है। कंपनी के अधिकारी कभी गर्मी को देरी का कारण बताते हैं तो कभी तकनीकी खराबी को।
कभी टायर फटे, कभी इंजन खराब
6 जनवरी 2016 : दिल्ली-भोपाल फ्लाइट एआई-435 का लैंडिंग के दौरान टायर फट गया।
15 मार्च 2016 : मुम्बई एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान रात 10.45 बजे नागपुर मुम्बई फ्लाइट का टायर फटा।
25 मई 2016 : जबलपुर में लैंडिंग के दौरान दिल्ली-जबलपुर फ्लाइट एआई-9617 का टायर फटा।
9 जून 2016 : लखनऊ विमानतल से दिल्ली के लिए उड़ान भरते वक्त दोपहर 12 बजे रन-वे पर टायर फटा।
18 जून 2016 : भोपाल- दिल्ली फ्लाइट एआई-438 के टेक ऑफ होने से पहले इंजिन बंद हुआ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी सवार थे।
क्या है वजह
एयर इंडिया के विमानों में ज्यादातर खराबी या टायर फटने की घटनाएं सामने आती हैं। सूत्रों की मानें तो इसका कारण विमानों का पुराना होना व रख-रखाव की कमी है।
सीधी बात
विश्रुत आचार्य रीजनल मैनेजर, एयर इंडिया
सवाल : विमान के टायर क्यों फटते हैं?
जवाब : कई कारण हो सकते हैं। मैन्युफैक्चङ्क्षरग डिफेक्ट, तापमान, खराब रन-वे, टायर घिस जाना आदि।
सवाल : क्या टायर फटने के बाद जांच होती है?
जवाब : कारणों की जांच कराई जाती है। 6 जनवरी को भोपाल में टायर फटने की घटना की जांच कराई गई है। जांच रिपोर्ट का इंतजार है।
सवाल – क्या विमान पुराने हैं?
जवाब- डीजीसीए विमानों की जांच के बाद ही उनकी उड़ान की अनुमति देता है। यह बात सही नहीं है कि एयर इंडिया के विमान पुराने हैं।
सवाल – टायर कब बदले जाते हैं?
जवाब – टायर के विमान सहित अन्य पुर्जों की समय-समय पर जांच की जाती है और आवश्यकता होने पर इन्हें बदला जाता है।
Hindi News / Bhopal / MP: बड़े हादसे का संकेत दे रही हैं AIR इंडिया की ये खामियां