प्रथम चरण में इन जिलों से15 आदिवासी युवतियों का चयन किया जाएगा जिनको एयर होस्टेस और होटल मैनेजमेंट का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना के तहत कोचिंग फीस का खर्च प्रायोजक उठाएगा जबकि उनके रहने-खाने और आने-जाने का व्यय निगम अपनी ओर से स्टायपेंड देकर पूरा करेगा। ये प्रशिक्षण छह माह से एक साल तक का होगा।
इस तरह की है योजना :
आदिवासी वित्त एवं विकास निगम ने प्रदेश के आदिवासी युवाओं को प्रायवेट सेक्टर में रोजगार के अवसर दिलाने के लिये ‘स्पान्सर ए लाइफ” स्कीम शुरू की है। स्कीम में वित्त विकास निगम प्रोफेशनल कोर्स के लिये आदिवासी युवाओं का चयन करेगा और उनका किसी योग्य संस्था में प्रवेश करायेगा। यह संस्था एनएसडीसी के माध्यम से चुनी गई संस्था होगी।
सरकार पब्लिक पार्टनरशिप के जरिए अपनी ये योजना संचालित करना चाहती है। इसमें समाज के लोग, कोई औद्योगिक घराना, सामाजिक संस्थाएं या आर्थिक रुप से संपन्न लोगों को जोड़कर उनसे आदिवासी युवाओं को निजी क्षेत्र में नौकरी के लिए कोचिंग कराने या प्रशिक्षण देने के लिए फंड लिया जाएगा। किस प्रशिक्षण के लिए कौन फंड देना चाहता है ये उन पर ही निर्भर करेगा। स्कीम में कॉर्पोरेट क्षेत्र के सीएसआर फंड का उपयोग भी किया जायेगा।
वर्जन :
– हमने आदिवासी युवाओं को निजी क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए नई स्कीम शुरु की है। इसके तहत समाज के संपन्न लेाग युवाओं के प्रशिक्षण के लिए पैसे खर्च करना चाहें तो उनको इससे जोड़ा जाएगा। शुरुआत हम 15 युवतियों को एयर होस्टेस और होटल मैनेजमेंट के प्रशिक्षण से कर रहे हैं। इस पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर आगे विचार किया जाएगा। – अभिषेक सिंह एमडी,आदिवासी वित्त विकास निगम –