हम देखते हैं कि, शहर में ट्रैफिक को लेकर काफी अव्यवस्थाएं हैं, जिसका खामियाज़ा एक राहगीर होने के कारण कई बार हमें भी भुगतना ( Disadvantages Of Overpopulation ) पड़ता है। अगर हम वाहन चलाते समय थोड़ी सजगता बरतें तो हम शहर की सड़कों पर रोज़ाना मिलने वाली इस गंंभीर समस्या से निपट सकते हैं। आपने देखा होगा कि, गाड़ी चलाते समय अकसर लोग ट्रैफिक साइन ( Traffic Signs and Rules in India ) को अनदेखा कर देते हैं। कई लोगों को तो इन ट्रैफिक साइनों का सही मतलब भी नहीं पता होता, जिसकी वजह से आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होना और ट्रैफिक जाम की स्थिति बनना आम बात हो गई है। गाड़ी ड्राइव करने वाले हर शख्स को ट्रैफिक साइन का मतलब जानना जरुरी है, ताकि वो खुद भी एक जागरुक नागरिक की तरह शहर के ट्रैफिक को व्यवस्थित रख सके। हम आपको ऐसे ही पंद्रह ट्रैफिक साइनों का मतलब बताने जा रहे हैं, जिनका ध्यान रखकर आप भविष्य को एक बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था ( Advantages of Population Growth h ) देने की पहल कर सकते हैं। आइये जानते हैं उन ट्रैफिक साइन ( Drivers Handbook ) का मतलब।
इन खास ट्रैफिक संकेतों को समझ लें, कभी नहीं होंगे परेशान
1- ये साइन इस बात को दर्शाता है कि आप यू टर्न नहीं ले सकते।
2- दूसरे साइन का मतलब होता है कि आप बाएं नहीं मुड़ सकते।
3- ट्रैफिक आपको दाएं मुड़ने की इजाजत नहीं देता।
1 – ट्रकों के लिए नो एंट्री है।
2 – यहां पार्किंग की अनुमति नहीं है, और अगर कोई गाड़ी यहां खड़ी पाई जाती है तो उसे यहां से दूर कर दिया जाएगा।
3 – यहां पैदल चलना मना है।
1 – आगे स्कूल है, कृपया धीरे चलें और सावधानी पूर्वक आगे बढ़ें।
2 – आगे हिरन भ्रमण क्षेत्र है, कृपया धीरे चलें।
3 – दोनों और से जाने के लिए रास्ता खुला है।
1 – कार्य प्रगति पर है, कृपया धीरे चलें।
2 – ये साइन हमें अलर्ट करता है कि आगे सड़क का काम चल रहा है, जहां जरुरी हो वहां रूक जाएं और धीरे चलें।
3 – ये जगह इमरजेंसी वेहकिल के लिए है, जैसे एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, पुलिस की गाड़ी।
1 – ये साइन बताता है कि आप साइकिल क्रॉस कर सकते हैं।
2 – बायां लेन आगे समाप्त होता है। सुरक्षति सफर के लिए आगे से राइट लेन पर सफर करें।
3- दायां लेन आगे ख़त्म हो रहा है। कृपया आगे से बाएं लेन पर चलें।
ट्रैफिक सिग्नल पर दिखने वाले 3 रंगों का मकसद भी जानें
-सिग्नल की लाल लाइट
सिग्नल में लाल लाइट का एक खास महत्व होता है। लाल रंग की गति अन्य रंगों के मुकाबले सबसे तेज होती है। इस रंग को दूसरे रंगों की अपेक्षा ज्यादा लंबी दूरी से देखा जा सकता है। इसके अलावा सिग्नल में लाल रंग का प्रयोग रोकने ( traffic signs rules ) के लिए किया जाता है, ताकि आपको बताया जा सके कि, सुनिश्चित स्थान से संभावित समय में गुज़रने में आपको खतरा है। लाल रंग रक्त और हिंसा का घोतक होता है जिसके कारण इसका प्रयोग यातायात को रोकने में लिए किया जाता है।
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-सिग्नल की पीली लाइट
पीले रंग को ऊर्जा का केन्दर माना जाता है, ट्रैफिक नियम के अनुसार इस रंग के ज़रिये वाहन चालक को निर्देशित किया जाता है कि, आप अपनी उर्जा को समेट कर तैयार हो जाएं। ट्रैफिक सिग्नल पर पीले रंग की लाईट जलने का मतलब होता है कि, अब आप अपने वाहन का इंजन स्टार्ट कर लें, साथ ही एक्सिलेरेटर, ब्रेक, क्लच समेत वाहन के आसपास के एरिया पर नियंत्रण बना लें। इस रंग की ट्रैफिक लाइट जलने पर आप धीमे -धीमे अपने वाहन को आगे बढ़ा सकते हैं ताकि, सिग्नल ग्रीन होने पर आप तुरंत आगे बढ़ सकें।
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-सिग्नल की हरी लाइट
यह रंग खतरे के बिलकुल विपरीत होता है। जैसा कि लाल रंग का प्रयोग वाहनों को रोकने के लिए किया जाता है उसी प्रकार हरे रंग का प्रयोग वाहनों को आगे बढ़ने ( traffic symbols while driving ) के लिए किया जाता है। हरे रंग का मतलब है कि रास्ता आपके लिए सुरक्षित और खाली है और आप अपने वाहन पर नियंत्रण रखते हुए आगे बढ़ सकते हैं।