60 की जगह आ रहा 10 मोटर टमाटर
थोक सब्जी कारोबारियों का कहना है कि टमाटर की आवक घटकर 15 से 20 फीसदी रह गई है। मई और जून के पहले पखवाड़े तक थोक मंडी में 50 से 60 मोटर (एक मोटर में 10 से 16 टन माल) आ रहा था, वह घटकर 8 से 10 गाड़ी तक रह गया है। चूंकि दूसरे प्रांतों से यहां कम मात्रा में टमाटर आ रहा है और यदि दूसरे राज्यों में बारिश ज्यादा हुई तो माल की आवक प्रभावित होगी और भाव बेलगाम हो जाएंगे। सब्जी कारोबारी हरिओम खटीक कहते हैं कि हर साल बारिश के पहले तक लोकल की सब्जियों का आना कम हो जाता है। बाहर से सब्जियां मंगवाना पड़ता है जो यहां पहुंचते-पहुंचते काफी महंगी हो जाती है। थोक सब्जी कारोबारी मो. सलीम एकेएस बताते हैं कि सब्जियों का नया रौपा डलना शुरू हो गया है। एक-डेढ़ माह में लोकल की सब्जियां आना शुरू होगी, तब भाव नीचे आना शुरू होंगे।
ये भी जानिए
900/1300 रुपए प्रति कैरेट बिक रहा थोक में
120/140 रुपए किलो हो गए खुदरा भाव
50/60 मोटर माल की जगह आ रहा 10 मोटर
60/80 रुपए किलो बिक रही ज्यादातर हरी सब्जियां
राज्यों में भाव
मध्यप्रदेश 80-100
राजस्थान 70-100
छत्तीसगढ़ 70-90
महाराष्ट्र 60-90
कर्नाटक 70-90
बिहार 60-80
(खुदरा बाजार में प्रति किलो भाव रुपए में)
क्या कहते हैं किसान
मध्यप्रदेश में बारिश के पहले तक गर्मी की सब्जियां चलती है। इसके बाद नए रोपे डाले जाते हैं। इनका उत्पादन मिलने में डेढ़ से दो माह लगते हैं। इसलिए टमाटर सहित दूसरी हरी सब्जियां महंगी हो जाती है। – भागीरथ पाटीदार, कृषक, मिसरोद