एमएसएमई में सर्वाधिक मौके
एमएसएमई उद्योग में सबसे ज्यादा रोजगार लोगों को मिला है। वर्ष 2015-16 में 48 हजार 179 एमएसएमई रजिस्टर्ड थे। उसी वर्ष इस सेक्टर से 1.94 लाख लोगों को रोजगार मिला। 2019-20 में रोजगार पाने वालों की संख्या बढ़कर 9 लाख 93 हजार 876 हो गई। पंजीकृत एमएसएमई उद्योगों की संख्या बढ़कर 2 लाख 88 हजार 479 हुई।
सभी जिलों में मेला:
प्रदेश के सभी जिलों में रोजगार मेला 12 जनवरी को आयोजित होगा। मेलों में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर अधिकतम 100 हितग्राहियों को आमंत्रित किया जाएगा। मुख्य कार्यक्रम भोपाल के मिंटो हॉल में होगा।
उद्योगों से जुड़ेंगे आइटीआइ, जरूरत के मुताबिक तैयार होंगे पाठ्यक्रम
राज्य के सरकारी आइटीआइ को उद्योगों से जोड़ा जाएगा। उद्योगों की जरूरत के मुताबिक पाठ्यक्रम तैयार होंगे, जिससे विद्यार्थियों को रोजगार के लिए न भटकना पड़े। विभिन्न ट्रेड में आइटीआइ करने के बाद शत प्रतिशत लोगों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। इसका एक कारण यह भी है कि समय के साथ पाठ्यक्रमों में बदलाव नहीं हुआ, जबकि उद्योगों में नई तकनीक शामिल हो चुकी हैं। उद्योगों को प्रशिक्षित तकनीशियन की जरूरत होती है। इसलिए पाठ्यक्रम को उद्योगों के लिए उपयोगी बनाने की कवायद शुरू की जा रही है। इसी कड़ी में राज्य सरकार द्वारा गठित टास्क फोर्स में उद्योगों से जुड़े प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है।
बेरोजगारों की संख्या हुई दोगुनी:
राज्य में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या सात साल में दोगुनी हो चुकी है। वर्ष 2015 में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या 1560493 थी, लेकिन वर्ष 2021 में यह बढ़कर 3043213 हो गई। नौकरी के लिए पंजीकृत सबसे Óयादा 12वीं पास 192601 युवा हैं।
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मंत्री का दावा
प्रयास है कि लोग अपना रोजगार शुरू करें। इसके लिए सरकार कर्ज उपलब्ध करा रही है। 12 जनवरी को युवाओं को ऋण पत्र दिए जाएंगे। तीन लाख लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
ओमप्रकाश सखलेचा, मंत्री एमएसएमई मप्र