प्रदेशभर से आए कर्मचारी शाहजहांनी पार्क में इकट्ठा हुए और बाद में श्रम मंत्री, शिक्षा मंत्री और आदिवासी कल्याण मंत्री से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। ऑल डिपार्टमेंट आउटसोर्स एवं अस्थाई कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में कर्मचारियों का कहना है कि सरकार उन्हें तत्काल नियमित कर वेतनवृद्धि करे।
यह भी पढ़ें: फंस गए विधायक, रद्द हो सकती है सदस्यता! हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए खारिज कर दीं आपत्तियां मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि चौकीदार, पंप आपरेटर जैसे हजारों अंशकालिक कर्मचारी दो दशकों से काम कर रहे हैं। उन्हें महज 3-4-5 हजार रुपए वेतन दिया जाता है। आज तक किसी मंत्री ने इनसे बात तक नहीं की। अब ये सभी कर्मचारी तब तक मंत्रियों के बंगलों के सामने बैठेंगे, जब तक उनका हक दिलाने का वादा नहीं किया जाता।
राज्य की 23 हजार ग्राम पंचायतों के कर्मचारी इस आंदोलन में शामिल हैं। पंप आपरेटर, भृत्य, सफाई कर्मियों, रसोइयों आदि के भोपाल आ जाने से अधिकांश गांवों में सफाई व्यवस्था चरमरा गई और पेयजल सप्लाई भी प्रभावित हुई। छात्रावासों की भोजन व्यवस्था भी प्रभावित हुई है।