सन 2024 में मध्यप्रदेश वासियों को केन्द्र सरकार ने कई नए सड़क प्रोजेक्ट मंजूर कर बड़ा तोहफा दिया। इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग 543 को अपग्रेड करने का प्रोजेक्ट भी शामिल है। इसके लिए केंद्र सरकार ने करोड़ों की राशि भी स्वीकृत कर दी है। इसके तहत प्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्ग के शहडोल सागरटोला खंड पेव्ड शोल्डर के साथ 2 लेन में अपग्रेड होंगे।
यह भी पढ़ें: एमपी में कर्मचारियों को वेतन वृद्धि की सौगात, मंत्रियों ने कहा- जल्द होगी बढ़ोत्तरी राष्ट्रीय राजमार्ग 543 के शहडोल सागरटोला खंड को पेव्ड शोल्डर के साथ 2 लेन में अपग्रेड करने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 852 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी है। इससे मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिले सबसे ज्यादा लाभान्वित होंगे। शहडोल, डिंडोरी और मंडला को यह प्रोजेक्ट सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इसके साथ ही इन इलाकों से कोयला और कृषि उत्पादों का परिवहन सुगम हो सकेगा।
शहडोल, डिंडोरी और मंडला अभी भी प्रदेश के पिछड़े इलाकों में शुमार हैं। इस परियोजना से तीनों आदिवासी जिलोें के लोगों का सामाजिक तथा आर्थिक विकास होगा। राष्ट्रीय राजमार्ग 543 चैड़ा होने से यहां यातायात सुचारू होगा। प्रोजेक्ट के अंतर्गत भीड़ वाले कस्बों और गांवों में बाईपास भी बनाए जाएंगे। पहाड़ी और घाट सेक्शनों में सुधार किया जाएगा, रिअलाइनमेंट के प्रावधान से कार बाइक सरपट भाग सकेंगी।
यह भी पढ़ें: फंस गए विधायक, रद्द हो सकती है सदस्यता! हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए खारिज कर दीं आपत्तियां बता दें कि नेशनल हाइवे 543 मध्यप्रदेश के शहडोल से महाराष्ट्र के ब्रंहपुरी तक है। इसमें मध्यप्रदेश के शहडोल से सागर टोला के बीच 75 किलोमीटर और मंडला से बालाघाट तक 134 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण प्रस्तावित है। नेशनल हाइवे 543 में शहडोल से बालाघाट तक कुल 302 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण होगा। तीन चरणों के इस प्रोजेक्ट में शहडोल से सागर टोला प्रोजेक्ट और मंडला से बालाघाट के बीच में डिंडोरी से मंडला के बीच अलग प्रोजेक्ट है।
नेशनल हाईवे 543 के चौड़ीकरण में कई दिक्कतें भी आ रहीं हैं। इसके लिए बालाघाट जिले में कई किसानों की जमीनों का अधिग्रहण किया गया है। इनमें से कई किसानों को अभी तक मुआवजा राशि प्राप्त नहीं हुई है। मंगलवार को बालाघाट कलेक्टर मृणाल मीना की जनसुनवाई में ऐसे ही एक किसान ने शिकायत की। राष्ट्रीय राजमार्ग में आने वाले ग्राम खुरसोड़ी निवासी रोमन नगपुरे ने कलेक्टर को बताया कि कई बार चक्कर लगाने के बाद भी उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया। इसपर कलेक्टर मृणाल मीना ने तुरंत मामले की जांच कर किसान को मुआवजा राशि का भुगतान कराने के निर्देश दिए।