डायल 100 की एसपी बीना सिंह कहती हैं कि डायल १०० सेवा पर कॉल कर गाली गलौच करने वाले कॉलर को सबक सिखाने के लिए इन कॉलर की जानकारी पुलिस अधीक्षकों के साथ साझा की जा रही है ताकि कार्रवाई की जाए।
वर्ष 2015 में डायल 100 सेवा शुरू की गई थी, जिसमें तत्काल सहायता के लिए जरूरतमंद पुलिस को बुला सकते हैं। इसके लिए भोपाल में राज्य स्तरीय कॉल सेंटर बनाया गया है। यहां 24 घंटे कॉल रिसीव किए जाते हैं। इसके बाद पुलिस तत्काल मौके पर पहुंचती है। पांच साल के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो पता चलता है कि कॉल सेंटर को लोगों ने मनोरंजन और मौज मस्ती का साधन बना लिया है। पांच साल में पुलिस के पास 5 करोड़ 36 लाख से ज्यादा कॉल आए।
रिटायर्ड डीजी आरएलएस यादव कहते हैं कि शासकीय काम में लगे लोगों को फोन कर गाली-गलौज करना, धमकी देना, अश्लील भाषा का प्रयोग करना या गलत सूचना देने पर आईपीसी में अलग-अलग धाराओं के तहत कार्रवाई की जाती हैं। इनके लिए आईपीसी में सजा भी निर्धारित की गई है। इस तरह के मामलों में छह माह से दो साल तक की जेल भी हो सकती है।