क्यों रो रहे थे बागेशवर बाबा
रामलला महोत्सव के अनमोल पल के दौरान ही बाबा की आंखों से कई बार आंसू दिगे। ये फोटो बाबा के चाहने वालों को निःशब्द कर देती है। भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान पूज्य सरकार का उद्गार मौन आंसुओं में बदल गया। जिसे देखकर वहां मौजूद लोग भी भाव-विभोर हो गए।
लगाते हैं दरबार
बागश्वेर धाम में पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री अपना दिव्य दरबार लगाते हैं। दरबार में आपको अर्जी लगानी पड़ती है। ऐसी मान्यता है कि जब भी कोई श्रद्धालु इस मंदिर में आकर अपनी समस्या को लेकर अर्जी लगाता है उसकी मनोकामना पूरी होती है। मन की बात जान लेने की उनकी कला और सिद्धी ने दुनिया में उनके प्रति एक अलग तरह के आकर्षण को पैदा किया है। उनकी सिद्धी के चलते एक बड़ा जनसमुदाय उनसे जुड़ा हुआ है।
खुद बताई शादी करने की वजह
बागेश्वर धाम के प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल में धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कुछ खत उनके पास आए हैं जिनमें से उनके कुछ खतों को छांटा और जब पढ़ा तो उनमें तरह तरह की बातें लिखी थीं। एक खत में तो सीधी धमकी थी कि आगर आप बारात लेकर नहीं आएंगे तो मैं आत्महत्या कर लूंगी। इतना ही नहीं और भी इमोशनल बातें लिखी थीं। हमने इस बारे में खूब सोचा और टीम को भी बताया। धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि साधु को बर्बाद करना बहुत सस्ता है इसलिए हमने प्रण लिया है कि जल्द ही हम शादी कर लेंगे।