ज्योतिष मठ संस्थान के पं. विनोद गौतम का कहना है कि गुरु पुष्य योग खरीदारी के लिए काफी शुभ माना जाता है। सभी प्रकार के नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। खासकर जब पुष्य नक्षत्र गुरुवार और रविवार को आता है, तो यह क्रमश: गुरु पुष्य और रविपुष्य योग का संयोग बनता है। यह दोनों ही योग खासकर खरीदारी के लिए विशेष शुभ माने गए हैं। इसमें की गई खरीदारी स्थायित्व प्रदान करती है।
पं. जगदीश शर्मा का कहना है कि वैसे तो गुरु पुष्य नक्षत्र का योग खरीदारी के लिए विशेष शुभ माना जाता है, लेकिन इस दिन ग्रह नक्षत्रों के जो मेल बन रहे हैं, वह भी इसे और अधिक शुभता प्रदान करेंगे। गुरुवार को मकर राशि में शनि और गुरु की युति रहेगी। ग्रह गोचर में पुष्य नक्षत्र के स्वामी और उपस्वामी की युति लगभग 60 साल बाद बन रही है। गुरुपुष्य नक्षत्र सूर्योदय से लेकर मध्यरात्रि के बाद तक विद्यमान रहेगा। इस शुभ संयोग में भूमि, भवन, वाहन, आभूषण, रत्न, सजावट का सामान, नवीन वस्त्र, इलेक्ट्रानिक सामान, लाइटिंग, मशनरी सहित प्रकार की खरीदारी करना शुभ होता है।