छवि भारद्वाज के इस ऑर्डर के बाद कमलनाथ की सरकार फंस गई थी। राष्ट्रीय स्तर पर इसे लेकर हंगामा शुरू हो गया। बीजेपी ने तो सरकार को तानाशाही करार दे दिया। साथ ही इमरजेंसी से तुलना करने लगी। सुबह से ही इस खबर को लेकर मध्यप्रदेश में खलबली मची थी। विवाद जब तुल पकड़ने लगा तो दोपहर बाद कमलनाथ की सरकार बैकफुट पर आ गई और एनएचम के आदेश को वापस ले लिया।
सरकार इस इस फजीहत से गुस्से में थी। पहले तो एनएचम के मिशन संचालक छवि भारद्वाज के आदेश को वापस लिया। उसके बाद स्वास्थ्य विभाग के छवि भारद्वाज की छुट्टी भी कर दी गई। आदेश वापस लेने के कुछ घंटे बाद ही उन्हें स्वास्थ्य विभाग से हटाकर मंत्रालय में अटैच कर दिया। आईएएस अधिकारी छवि भारद्वाज की छवि मध्यप्रदेश में एक कड़क और ईमानदार ऑफिसर के रूप में रही है।
जबलपुर में देखने को मिली दबंग छवि
छवि भारद्वाज भोपाल नगर निगम की कमिश्नर भी रही हैं। इसके बाद वह जबलपुर की कलेक्टर बनी थीं। जबलपुर में कलेक्टर रहने के दौरान छवि भारद्वाज की छवि एक दबंग अफसर के रूप में बनी। दरअसल, जबलपुर में मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इस पर छवि खुद लॉ एंड ऑर्डर को संभालने के लिए लाठी लेकर फील्ड में उतर पड़ीं। सुरक्षा जैकेट्स पहनकर छवि लाठी लेकर लोगों पर दबंग अंदाज में खूब बरसी। तब उनकी यह तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।
एक कुशल अधिकारी होने के साथ-साथ छवि भारद्वाज एक उपन्यासकार भी हैं। उन्होंने आईएएस अफसरों की लव स्टोरी एक उपन्यास लिखी हैं। जिसमें कुछ अधिकारियों की कहानी है। जिसका नाम ‘लाइक अ बर्ड ऑन द वायर’ है। इसके जरिए उन्होंने आईएएस अफसरों का जीवन, उसमें आने वाली कठिनाइयों और काम के दौरान उन पर आने वाले राजनीतिक दबाव की झलक भी इस किताब में है।