बस स्टैंड पर बसों का संचालन होता है। यानि आवाजाही की व्यवस्था यहां से होती है। नियमों के मुताबिक रात ठहरने तक की अनुमति होती है। लेकिन कई बसें यहां हफ्तों से खड़ी हैं। सभी निजी ऑपरेटरों की बसें हैं। इस पर रोक के लिए निगम अमला कार्रवाई नहीं कर रहा है।
यहां व्यवस्थाएं दो हिस्सों में बंटी हैं। सुविधाओं से जुड़े मामलों की जिम्मेदारी नगर निगम के पास है जबकि बसों से संबंधित जिम्मा बीसीएलएल के पास। ………………….
मनोज राठौर, बीसीएलएल प्रभारी