इधर वीरेंद्र कुमार खटीक को फिर सामाजिक न्याय विभाग का मंत्री बनाया गया है। राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर को पोर्ट—शिपिंग व वाटर वे विभाग तथा दुर्गादास उइके को जनजातीय विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
यह भी पढ़ें : सिंधिया की खाली सीट पर केपी यादव जाएंगे राज्यसभा! 18 जून तक इस्तीफा देंगे केंद्रीय मंत्री एमपी के तीनों केंद्रीय मंत्रियों की प्रोफाइल शिवराज सिंह चौहान जन्म: 5 मार्च 1959
शिक्षा: पोस्ट ग्रेजूएट
लोकसभा सीट: विदिशा
सीएम: 4 बार
सांसद: 6 बार
विधायक: 6 बार
सबसे लंबे समय तक सीएम रहने वाले शिवराज अब मोदी कैबिनेट में बड़ा ओबीसी चेहरा होंगे। राजनीतिक सफर की शुरुआत 1972 में संघ से की थी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, भाजयुमो राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सहित कई जिम्मेदारियां संभालीं। खास ये भी है कि शिवराज से पहले 2014 में विदिशा सांसद सुषमा स्वराज केंद्रीय मंत्री बनी थीं।
शिक्षा: पोस्ट ग्रेजूएट
लोकसभा सीट: विदिशा
सीएम: 4 बार
सांसद: 6 बार
विधायक: 6 बार
सबसे लंबे समय तक सीएम रहने वाले शिवराज अब मोदी कैबिनेट में बड़ा ओबीसी चेहरा होंगे। राजनीतिक सफर की शुरुआत 1972 में संघ से की थी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, भाजयुमो राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सहित कई जिम्मेदारियां संभालीं। खास ये भी है कि शिवराज से पहले 2014 में विदिशा सांसद सुषमा स्वराज केंद्रीय मंत्री बनी थीं।
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ज्योतिरादित्य सिंधिया: जन्म: 1 जनवरी 1971
शिक्षा: पीजी एमबीए
लोकसभा सीट: गुना
संसद सदस्य: 5 बार
केंद्रीय मंत्री: पांचवीं बार
सिंधिया देश-प्रदेश की राजनीति का बड़ा चेहरा हैं। मोदी कैबिनेट में पहली बार 2021 में शामिल हुए थे। ज्योतिरादित्य ने अपने पिता माधवराव का रेकार्ड तोड़ दिया। माधवराव चार बार केंद्रीय मंत्री बने, जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को केंद्रीय मंत्री के रूप में 5वीं बार शपथ ली। वे तीन बार कांग्रेस सरकार में भी केंद्रीय मंत्री रहे। मोदी सरकार में दूसरी बार मंत्री बने।
ज्योतिरादित्य सिंधिया: जन्म: 1 जनवरी 1971
शिक्षा: पीजी एमबीए
लोकसभा सीट: गुना
संसद सदस्य: 5 बार
केंद्रीय मंत्री: पांचवीं बार
सिंधिया देश-प्रदेश की राजनीति का बड़ा चेहरा हैं। मोदी कैबिनेट में पहली बार 2021 में शामिल हुए थे। ज्योतिरादित्य ने अपने पिता माधवराव का रेकार्ड तोड़ दिया। माधवराव चार बार केंद्रीय मंत्री बने, जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को केंद्रीय मंत्री के रूप में 5वीं बार शपथ ली। वे तीन बार कांग्रेस सरकार में भी केंद्रीय मंत्री रहे। मोदी सरकार में दूसरी बार मंत्री बने।
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डॉ. वीरेंद्र कुमार जन्म: 27 फरवरी 1954
शिक्षा: पीएचडी (बाल श्रम)
लोकसभा सीट: टीकमगढ़
सांसद: 8वीं बार
केंद्रीय मंत्री: तीसरी बार
प्रदेश के सबसे वरिष्ठ सांसदों में वीरेंद्र कुमार का नाम है। वे आठवीं बार सांसद बने हैं। चार बार सागर से और चार बार टीकमगढ़ से चुनाव जीते। शांत स्वभाव और सादगी के कारण जनता के बीच लोकप्रिय हैं। पढ़ाई के लिए साइकिल के पंचर बनाने से लेकर गाडिय़ों की रिपेयरिंग तक का काम करना पड़ा था। वे एबीवीपी, भाजयुमो, राज्य की समितियों में रह चुके हैं।
डॉ. वीरेंद्र कुमार जन्म: 27 फरवरी 1954
शिक्षा: पीएचडी (बाल श्रम)
लोकसभा सीट: टीकमगढ़
सांसद: 8वीं बार
केंद्रीय मंत्री: तीसरी बार
प्रदेश के सबसे वरिष्ठ सांसदों में वीरेंद्र कुमार का नाम है। वे आठवीं बार सांसद बने हैं। चार बार सागर से और चार बार टीकमगढ़ से चुनाव जीते। शांत स्वभाव और सादगी के कारण जनता के बीच लोकप्रिय हैं। पढ़ाई के लिए साइकिल के पंचर बनाने से लेकर गाडिय़ों की रिपेयरिंग तक का काम करना पड़ा था। वे एबीवीपी, भाजयुमो, राज्य की समितियों में रह चुके हैं।