शिवराज सिंह चौहान को मध्य प्रदेश में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा की क्लीन स्वीप जीत दिलाने के बाद भी जब मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया था, तभी से अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि उन्हें राष्ट्रीय स्तर की बड़ी जिम्मेदारी मिलना तय है। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के प्रचार के दौरान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ये ऐलान कर चुके थे कि वो शिवराज को अपने साथ दिल्ली ले जाएंगे।
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इधर, 30 जून को बाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी नड्डा का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है। ऐसे में मध्य प्रदेश में इन अटकलों का बाजार भी गर्माने लगा है कि क्या शिवराज सिंह चौहान को बाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
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वहीं, दूसरी तरफ मध्य प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों में शिवराज सिंह चौहान ने 8 लाख 21 हजार 408 वोटों से निर्णायक जीत दर्ज की है। हालांकि, इंदौर से चुने गए भाजपा के शंकर लालवानी 10 लाख 08 हजार 077 वोटों से जीते हैं, लेकिन उनके सामने सही प्रतिद्वंदी न होने के कारण शिवराज की जीत को बड़ा रिकॉर्ड माना जा रहा है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि 2023 के विधानसभा चुनाव भारी बहुमत से जिताने के बाद कोई खास जिम्मेदारी न दिए जाने और अब लोकसभा में प्रचंड बहुमत से जीतक आने के चलते उन्हें सम्माननीय जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। प्रदेश में तो उन्हें केंद्रीय कृषि मंत्री बनाने तक की मांग उठने लगी है।
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फिलहाल, पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने आधी रात को मध्य प्रदेश से चुनाव जीतकर सांसद चुने गए सभी 29 सदस्यों और मुख्यमंत्री मोहन यादव को बुलाया है। आज दोपहर 12 बजे ये सभी दिल्ली के लिए रवाना भी हो गए हैं।