अमित शाह एमपी आएंगे, इस दिन बनने वाला है वर्ल्ड रिकॉर्ड
Amit Shah Invite Ek Ped Maa Ke Naam campaign : डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती (6 जुलाई) पर भोपाल में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत एक दिन में शहर में 12 लाख पौधे रोपे जाएंगे। जन भागीदारी से बनेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड। सीएम डॉ. मोहन यादव ने गृहमंत्री अमित शाह को पोधारोपण के लिए आमंत्रित किया है।
Ek Ped Maa Ke Naam campaign :मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती यानी 6 जुलाई को एक दिन में 12 लाख पौधे लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की जा रही है। हालही में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राजधानी में होने वाले मुख्य कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक भी की है। राज्य में पर्यावरण संरक्षण और हरियाली बढ़ाने के उद्देश्य से ‘एक पेड़ मां के नाम’ प्रदेश सरकार अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत भोपाल में होने वाले कार्यक्रम के लिए सीएम मोहन यादव ने केद्रीय मंत्री अमित शाह को भी आमंत्रित किया है। प्रबंल संभावना है कि अमित शाह भोपाल आएंगे औप वर्ल्ड रिकॉर्ड के अभियान से जुड़कर पेड़ लगाएंगे।
गुरुवार को मंत्रालय में जनप्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा था कि भोपाल में हरे भरे पौधों से व्यापक पौधा रोपण होगा। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर 6 जुलाई को एक दिन में 12 लाख पौधे रोपे जाएंगे। जन-जन को इस विशेष पौधारोपण अभियान से जोड़ा जाएगा। ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का पूरे प्रदेश में क्रियान्वयन हो रहा है। उसी के तहत राजधानी में ये कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने एक स्थान पर विशाल जन भागीदारी वाला कार्यक्रम भी रखने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि पौधा रोपण की बारीकी से तैयारियां की जाएं। बैठक में भोपाल से नाता रखने वाले तमाम जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिनमें मंत्री विश्वास सारंग, मंत्री और विधायक कृष्णा गौर, भोपाल की महापौर मालती राय, रामेश्वर शर्मा, भगवान दास सबनानी और विष्णु खत्री शामिल हुए थे।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में साढ़े पांच करोड़ पौधे लगाने का संकल्प लिया है। इसमें भोपाल में साढ़े 12 लाख पौधे लगाए जाने के साथ इंदौर में 51 लाख पौधे लगाने की तैयारी है। इसी तरह प्रदेश के शहरों की आबादी और बढ़ रहे पॉल्यूशन स्तर को मद्देनजर रखते हुए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पेड़ों की संख्या निर्धारित की गई है।