पत्र में लिखी ये बात
राज्य सभा संसद सदस्य अजय प्रताप सिंह ने पत्र में लिखा-उत्तराखण्ड सरकार ने हाल ही में उत्तराखण्ड राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए एक विशेषज्ञों की समिति गठन किया है जो उत्तराखण्ड राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने के विब्भिन पहलुओं पर विचार करेगी, उत्तराखण्ड सरकार का यह निर्णय स्वागतयोग्य है।
विशेषज्ञों की समिति गठित करने की मांग
मेरा आपसे अनुरोध है की आपके नेतृत्व में मध्य प्रदेश सरकार को भी प्रदेश में समान नागरिक संहिता लागू करने हेतु एक विशेषज्ञों की समिति का गठन करें इस समिति में न्यायविध, विधि विशेषज्ञ, पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता, विभिन धार्मिक एवं भाषायी समूह का प्रतिनिधित्व करने वाले विशेषज्ञ इत्यादि को अवश्य शामिल करें। कृपया इस दिशा में आवश्यक कार्यवाही करने की कृपा करें, मैं आभारी रहूँगा।
यह भी पढ़ें :
27 करोड़ का बायपास : फोरलेन बनते ही करीब आ जाएंगे रायसेन और विदिशा प्रदेश में सीएम तीर्थ दर्शन योजना, कन्यादान योजना और लाडली लक्ष्मी योजना को दोबारा प्रारंभ करने की घोषणा
पचमढ़ी में शिवराज केबिनेट की चिंतन बैठक आयोजित की गई है. 26 मार्च को बैठक के पहले दिन प्रदेश में सीएम तीर्थ दर्शन योजना, कन्यादान योजना और लाडली लक्ष्मी योजना को दोबारा प्रारंभ करने की घोषणा की गई थी। रविवार को बैठक के बाद सीएम शिवराजसिंह चौहान ने प्रेस कान्फ्रेंस में इन योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।
पचमढ़ी में चल रही चिंतन बैठक के बाद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने अहम ऐलान किया। उन्होंने सीएम तीर्थ दर्शन योजना को 18 अप्रेल से दोबारा प्रारंभ करने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि तीर्थ दर्शन योजना में बुजुर्गों को हवाई जहाज से दर्शन के लिए ले जाएंगे। सीएम ने बताया कि मध्यप्रदेश में बेटियों की शादी के लिए 21 अप्रेल से कन्यादान योजना दोबारा शुरु की जाएगी। उन्होंने प्रदेश में अन्न उत्सव मनाने और शहरों में संजीवनी क्लीनिक खोलने का भी ऐलान किया।