8 नवंबर तक का समय तय किया है। इसके बाद जिन लैट्स की जानकारी नहीं मिलेगी उन्हें बेचकर काम पूरा करेंगे। रेरा के सचिव ने प्रोजेक्ट में बुकिंग कराने वाले सभी लोगों को नोटिस भेजा है। बता दें, एजी-8 ग्रुप ने 2011 में आर्किड हाइट्स प्रोजेक्ट लॉच् किया था।
यह प्रोजेक्ट कोलार तहसील के ग्राम बावडिय़ा कलां में 4,410 वर्ग मीटर क्षेत्र पर प्रस्तावित थी। इसमें दो और तीन बीएचके फ्लैट बनाने थे। पजेशन 2017 तक देने का वादा था, पर पैसे लेने के बाद भी पजेशन नहीं दिया। प्रोजेक्ट पूरा नहीं किया। रेरा ने प्रोजेक्ट पर 2021 में रोक लगाई थी। उधर, रेरा यदि प्रोजेक्ट पूरे कराता है तो लोगों को उनके घर मिल सकेंगे।
ये सभी पैसा देने के बावजूद 10—15 साल से घर का इंतजार कर रहे हैं। बिल्डर पर कार्रवाई के चलते यह प्रोजेट पूरे करना संभव नहीं है। रेरा के पास धरोहर राशि जमा है और बिल्डर के खाते सीज हैं। जो प्रॉपर्टी बिकी नहीं है उसे बेचकर भी राशि जुटाकर प्रोजेक्ट पूरे हो सकते हैं।
हाउसिंग बोर्ड पूरा करेगा काम
इसमें बिल्डर का एग्रीमेंट, आवंटन पत्र, भुगतान संबंधी जानकारी प्रमाण सहित 8 नवंबर तक मांगी गई है। बिल्डर की जो धरोहर राशि सीज की गई है और बुकिंग कराने वालों द्वारा जमा कराई गई राशि से हाउसिंग बोर्ड के माध्यम से इस प्रोजेक्ट को पूरा कराया जाएगा। जिन यूनिट्स की जानकारी नहीं मिलेगी उन्हें रिक्त समझकर बेचने की कार्रवाई भी की जाएगी।
एजी 8 के अन्य प्रोजेक्ट की भी पड़ताल
रेरा ने एजी-8 ग्रुप के 11 प्रोजेक्ट पर रोक लगाई है। इन सभी प्रोजेक्ट के आवंटियों से जानकारियां मांगी जा रही हैं। इनमें आकृति एक्वासिटी, आकृति बिजनेस आर्केड, आकृति कोलार सिटी, आकृति हाइलैंड, आकृति इकोसिटी ईडब्ल्यूएस, प्राइम स्ट्रीट, एस्टर सीरीज, आर्किड हाइट्स, एस्टर प्लेटिनम, आकृति गार्डन फेज-4 और आकृति फ्लेमिंगो-3 शामिल हैं। रेरा ने बाकायदा एक फॉर्मेट सभी आवंटियों को भेजा है। इसमें पूरी प्रॉपर्टी के साथ भुगतान की पूरी जानकारी रेरा के ई-मेल पर मंगाई जा रही है। इस प्रकार भविष्य में आर्किड हाइट्स के बाद अन्य अधूरे प्रोजेक्ट्स को पूरा करने कार्रवाई हो सकती है।
लोगों को जुटा रहा रेरा
अफसरों के अनुसार, रेरा एक्ट की धारा 8 के तहत रेरा द्वारा इस प्रोजेक्ट को पूरा करना है। इसके लिए सभी बुकिंग कराने वालों द्वारा बिल्डर को दी गई राशि, आवंटित यूनिट की जानकारी मांगी जा रही है। बिल्डर को नोटिस भेजकर जानकारी एकत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन सभी की जानकारी नहीं मिल पाई। इसके बाद सार्वजनिक सूचना भी जारी की गई है।