6 साल का निष्कासन 7 महीने में खत्म
बता दें कि भाजपा नेता प्रीतम लोधी को अगस्त 2022 को ब्राह्मणों को लेकर दिए गए उनके अमर्यादित बयान के कारण भाजपा से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया था। लेकिन अब सिर्फ सात महीनों में ही उनका वनवास खत्म हो गया। यहां ये भी बता दें कि प्रीतम लोधी मध्यप्रदेश की पूर्व सीएम और भाजपा का फायर ब्रांड नेता उमा भारती के मुंह बोले भाई हैं। जब पार्टी ने प्रीतम लोधी को निष्कासित किया था उसके बाद उमा भारती भी उनसे मिलने पहुंची थीं और संयम बरतने की सलाह भी दी थी। बीते दिनों सीएम शिवराज सिंह चौहान के ग्वालियर प्रवास के दौरान भी प्रीतम लोधी ने सीएम शिवराज से मुलाकात की थी और उसके बाद से ही उनके पार्टी में वापसी की अटकलें तेज हो गई थीं।
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ये दिया था बयान..
चलिए अब आपको प्रीतम लोधी के उस बयान के बारे में बताते हैं जिसके कारण पूरे प्रदेश में ब्राह्मण समाज ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और भाजपा को उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना पड़ा था। ये बात 17 अगस्त 2022 की थी तब पिछोर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रीतम लोधी ने मंच से ब्राह्मणों को लेकर अमर्यादित टिप्पणी करते हुए कहा था कि लोधी समाज के किसान के यहां अच्छी फसल हुई तो ब्राह्मण भागवत कथा करवाने के लिए कहेगा। ये आपको 9 दिन रोजाना 7-8 घंटे पागल बनाते हैं। ये सबसे ज्यादा दान की बात करते है। कहते हैं कि, अगर तुम दान दोगे तो भगवान तुम्हें देगा। इनकी बातों में आकर महिलाएं अपने घरों से घी, शक्कर, गेहूं, चावल चुरा-चुराकर इनके चरणों में अर्पित करती हैं। 9 दिन ये ब्राह्मण पूरे गांव से सामान-दक्षिणा लेता है और 9 दिन बाद रफूचक्कर हो जाता है। ये 9 दिन आपको उल्लू बनाने और बातें करने के आपसे 25 से 50 हजार रुपए भी ले लेते हैं।
देखें वीडियो- प्रीतम लोधी का ब्राह्मणों को लेकर दिया गया अमर्यादित बयान