शिवराज कैबिनेट के 14 सदस्यों गोविंद सिंह राजपूत, तुलसीराम सिलावट, इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, डॉ. प्रभुराम चौधरी, बिसाहूलाल सिंह, एदल सिंह कंषाना, हरदीप सिंह डंग, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, बृजेंद्र सिंह यादव, गिर्राज दंडौतिया, सुरेश धाकड़ और ओपीएस भदौरिया ने चुनाव लड़ा था। इसमें से इमरती देवी, एदल सिंह कंषाना और गिर्राज दंडोतिया चुनाव हार गए थे। इसमें से 2 तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को छह माह का कार्यकाल पूरा होने पर चुनाव के दौरान ही मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। अब दोनों को फिर से कैबिनेट में लिया जा रहा है। इसके बाद भी 4 पद खाली रह जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार, तुलसी सिलावट को जल संसाधन और गोविंद सिंह राजपूत को परिवहन व राजस्व विभाग मिल सकता है। इस्तीफा देने के पहले तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत के पास यही विभाग थे। सूत्रों का कहना है कि बीजेपी अब इन दोनों को अन्य विभाग देना चाहती थी, लेकिन राष्ट्रीय नेतृत्व और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच बनी सहमति के बाद एक बार फिर से इन दोनों को एक बार फिर से यही विभाग दिए जाने की तैयाारी है।
मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल 3 जनवरी को प्रातः भोपाल आएंगी। राज्यपाल मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश को शपथ ग्रहण कराएंगी। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल दोपहर में भोपाल से वाराणसी (उत्तर प्रदेश) के लिए रवाना होंगी।