ऑनलाइन जुड़ सकेंगे दर्शक संस्कृति विभाग के संचालक अदिति त्रिपाठी ने बताया कि शासन ने आयोजन में 250 लोगों के शामिल होने की लिमिट तय की है। ऐस में एक या पांच दिन तक चलने वाले समारोह में बहुत ही कम दर्शकों को शामिल किया जाएगा। सभी प्रस्तुतियों का दर्शकों के लिए ऑनलाइन प्रसारण किया जाएगा। 26 जनवरी की शाम सांस्कृति संध्या का आयोजन से समारोह का आगाज होगा। इस बार सिर्फ मध्यप्रदेश के जनजातीय और लोकनृत्य की प्रस्तुतियां ही होंगी। आसपास के राज्यों के कलाकारों को भी आमंत्रित नहीं किया गया। विदेश या किसी बड़े कलाकार को भी प्रस्तुति के लिए नहीं बुलाया जाएगा। गौरतलब है कि हर वर्ष समारोह में करीब 500 कलाकारों को ही आमंत्रित किया जाता था। समारोह भेल मैदान या रवीन्द्र भवन परिसर व मुक्ताकाश मंच पर आयोजित होता था।
36 करोड़ में तैयार हुआ है नया सेंटर
रवीन्द्र भवन कन्वेंशन सेंटर प्रदेश का सबसे बड़ा ऑडिटोरियम है, इसकी कैपेसिटी 1500 सीटर है। इस कन्वेंशन सेंटर को तैयार करने में लगभग 36 करोड़ रुपए की लागत आई है। इसमें 212 कैपेसिटी का छोटा ऑडिटोरियम भी है। कोरोना और स्टेज में तकनीकी समस्या होने के चलते इस उद्घाटन पिछले दो साल से टल रहा था। इसका निर्माण 2016 में शुरू हुआ था। मुख्य मंच की ऊंचाई करीब चार इंच तक कम की गई, ताकि दर्शक आसानी से प्रस्तुति को देख सकें। फिलहाल इसका किराया भी तय नहीं हुआ है।