परीक्षा के एक दिन पहले यानि शनिवार को सोशल मीडिया पर एक पेपर वायरल हुआ जिसे कथित रूप से एमपीपीएस का लीक पेपर बताया गया। बाद में आयोग ने स्पष्ट कर दिया कि सोशल मीडिया पर एमपीपीएससी पेपर लीक की भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है। रविवार को परीक्षा के बीच सीएम मोहन यादव ने पेपर लीक कांड पर बयान दिया।
यह भी पढ़ें : एमपी में बीजेपी के बड़े नेता से भिड़ गई छिंदवाड़ा की ये महिला अफसर एमपीपीएससी पेपर लीक के संबंध में मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल पर सीएम मोहन यादव ने कहा कि हमारी सरकार जरा भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी। सीएम से एमपीपीएससी परीक्षा के पेपर लीक होने की आशंका के संबंध में पूछा गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था का पालन सुनिश्चित कर चुकी है।
बता दें कि रविवार को एमपीपीएससी राज्य सेवा की प्रारंभिक परीक्षा के एक दिन शनिवार को सोशल मीडिया पर एक पेपर वायरल हुआ। इसे एमपीपीएससी का बताकर 100 प्रतिशत सटीक होने का दावा किया गया और ढाई हजार रुपए में बेचा गया। सोशल मीडिया पर इसके स्क्रीनशॉट खूब वायरल हुए। पेपर लीक होने और इसकी खरीदी-बिक्री के साथ ही परीक्षा टलने की भी अफवाहें उड़ने लगीं थीं।
मुख्यमंत्री ने सख्त तेवर दिखाए
इसके बाद मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के सचिव ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि कुछ प्रचार माध्यमों में भ्रामक और निराधार खबरें प्रसारित की जा रही हैं। इसके साथ ही आयोग ने भ्रामक जानकारी को शेयर करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी। इसी के बाद रविवार को पत्रकारों ने सीएम मोहन यादव से एमपीपीएससी परीक्षा पेपर लीक पर प्रश्न पूछा जिसपर मुख्यमंत्री ने सख्त तेवर दिखाए। एमपीपीएससी परीक्षा 2024
इधर तमाम आशंकाओं के बीच 23 जून, 2024 यानि रविवार को MPPSC राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024 आयोजित की गई। पहला पेपर जनरल स्टडीज़ का ऑब्जेक्टिव पेपर था और दूसरा पेपर जनरल एप्टीट्यूड टेस्ट का था। दोनों पेपर 100 अंकों के हैं और इनकी अवधि 2 घंटे की थी। परीक्षा में सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकृति के थे।
यह भी पढ़ें : महाकाल के दर्शन के लिए सबसे खास सात दिन, नोट कर लें तारीख MPPSC परीक्षा के पहले पेपर में वर्तमान घटनाक्रम, भारतीय राजनीति, अर्थव्यवस्था, खेल, भूगोल, सामान्य विज्ञान, पर्यावरण, मध्यप्रदेश संस्कृति और प्रदेश के इतिहास आदि से संबंधित प्रश्न पूछे गए। दूसरे पेपर में अभ्यर्थियों की तार्किक और विश्लेषणात्मक क्षमता की परीक्षा ली गई। इसमें आम तौर पर सामान्य मानसिक क्षमता, निर्णय लेने और समस्या-समाधान आदि से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।