वहीं, मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के पास यदि नीखरा सहित किसी भी अफसर के खिलाफ भ्रष्टाचार के प्रमाण है तो वे हमें दें। प्रमाण सही रहे तो कार्रवाई होगी। विभाग से नीखरा की फाइल आई थी। हमने पहले लौटा दी, फिर फाइल आई और बताया गया कि जांच में वे कहीं भी दोषी नहीं हैं। इस पर मंजूरी दे दी। नेता प्रतिपक्ष को चुनौती है कि उनसे ज्यादा पाक-साफ हम हैं, वे चाहें तो भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आमना-सामना करें। मंत्री सिंह ने कहा कि वे गलत आरोप लगाएंगे तो हम मानहानि का नोटिस देंगे। इधर, नीखरा ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
भार्गव ने लगाए आरोप
भार्गव ने आरोप लगाते हुए कहा कि नीखरा पर भ्रष्टाचार के दस से ज्यादा केस दर्ज हैं। इनमें आठ तो 16 साल से लंबित हैं। ये प्रकरण 2003-04 में इओडब्ल्यू ने दर्ज किए थे। उन पर आरोप है कि उस समय 23 गृह निर्माण समितियों के प्लाट आवंटन में बड़ा घोटाला किया गया था। भार्गव का आरोप है कि नीखरा के नजदीकी रिश्तेदार कांग्रेस संगठन में बड़े पदाधिकारी हैं। उन्हीं की सिफारिश पर उन्हें एमडी बनाया गया है।
लोकायुक्त में हैं केस
भार्गव ने कहा, भोपाल एयरपोर्ट के पास वेलकम गृह निर्माण सहकारी समिति की जमीन को औने-पौने दाम में बेचने में 2015 में नीखरा पर आरोप लगे थे। पुष्टि होने पर लोकायुक्त ने केस दर्ज किया था। इसी साल दूसरा मामला अमर सिंह यादव को नियम विरूद्ध 45 लाख के भुगतान के मामले में भी कायम किया गया है। तब नीखरा अपेक्स बैंक के एमडी थे। भार्गव का कहना है कि नीखरा को बैंक के एमडी पद से हटाने की कार्रवाई पीएमओ और रिजर्व बैंक तक पहुंची शिकायतों के बाद की गई थी।
घिया और शर्मा की भी पदस्थापना
सहकारिता विभाग द्वारा जारी आदेश में आरसी घिया एमडी राज्य सहकारी बीज उत्पादक व विपणन संघ से कार्यालय आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएं एवं आरके शर्मा ओएसडी अपेक्स बैंक को प्रतिनियुक्ति पर एमडी राज्य सहकारी आवास संघ पदस्थ किया गया है।