मंत्रियों ने बाजार से लगवाए हूटर
मंत्री, विधायक और सांसद अपनी गाड़ियों पर हूटर बाजार से खरीदकार लगवा रहे हैं। इसका खुलासा स्टेट मोटर गैराज से मिली जानकारी के बाद हुआ। स्टेट मोटर गैराज में पत्रिका की पड़ताल के दौरान पता चला कि हाल में ही सरकार ने मंत्रियों को चमचमाती हुई नई गाड़ियां दी हैं। यह लग्जरी गाड़ियां स्टेट मोटर गैराज की ओर से दी गई है, लेकिन उस वक्त हूटर गाड़ियों पर नहीं लगे थे। स्टेट गैराज ने गाड़ियों में सिर्फ मैट, परदे और फ्लैग लगाकर दिए थे। मंत्रियों की ओर से राजधानी भोपाल के बाजारों से अवैध हूटर लगवा लिए गए।
दोनों पार्टियों को पसंद हैं हूटर
एमपी में हूटर का प्रेम सिर्फ मंत्री-विधायक या सासंद तक सीमित नहीं है। विपक्ष में बैठी कांग्रेस नेताओं को भी हूटर बेहद पसंद है। कांग्रेस के बड़े नेताओं से लेकर छुटभैये नेता भी हूटर लगी गाड़ियों को सड़कों पर सरपट दौड़ा रहे हैं। पत्रिका ने एक प्रदर्शन की तस्वीर खंगाली तो कई गाड़ियों में हूटर लगे नजर आए।
क्या कहते हैं नियम
मोटरयान अधिनियम 1998 की धारा 212-1994 में 9 जुलाई 2013 को संशोधन किया गया है। इसमें फायर बिग्रेड, एंबुलेंस, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस या विधानसभा अध्यक्ष के पायलट गाड़ियों में हूटर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके साथ ही कानून व्यवस्था बनाने के दौरान सेना, पुलिस या मजिस्ट्रेट की गाड़ियों में हूटर का प्रयोग हो सकता है। वहीं, अवैध रूप से हूटर लगाने वालों पर 10 हजार रुपए जुर्माना तय किया गया है।
मंत्री बोले- मेरी गाड़ी में पहले से था हूटर
कौशल विकास और रोजगार मंत्री गौतम टेटवाल हूटर लगी गाड़ी से प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे। पत्रिका ने हूटर पर सवाल किया तो बोले-गाड़ी में पहले से लगा था। दूसरा सवाल काटते बोले- हम तो जनता के नेता हैं, हमारा हूटर से क्या लेना-देना।