केंद्र को भेजा गया 26 प्रोजेक्ट का प्रस्ताव
एमपीआरडीसी की ओर से इस योजना में सड़क परिवहन मंत्रालय को 26 प्रोजक्टों का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। जिसमें से 15 प्रोजक्ट को मंजूरी मिल गई है। पांच प्रोजक्ट पर काम भी पूरा हो चुका है। सेतु बंधन के तहत 22 नए फ्लाईओवर को बनाने की तैयारी है। जिसकी डीपीआर छह महीने के भीतर तैयार हो जाएगी।
तीन हजार करोड़ की लागत से बन रहे पांच एलिवेटेड कॉरिडोर
महानगरों की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए पांच एलिवेटेड कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं। जिसमें भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर शामिल है। इनके निर्माण कार्य पर लगभग तीन हजार करोड़ रुपए का खर्च आएगा। वहीं, 16 और एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की प्लानिंग चल रही है। शहरों के बढ़ते दबाव, जाम और भविष्य में ट्रैफिक को देखते हुए पीडब्ल्यूडी ने शहरी क्षेत्रों में एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण की योजना बनाई है। जिसके लिए केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक सहायता की जाएगी।
भोपाल में बनेगा एलिवेटेड कॉरिडोर
राजधानी भोपाल के लाउखेड़ी पंप हाउस से बैरागढ़ विसर्जन घाट तक एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। जो कि डबल डेकर होगा। इसका मतलब सबसे नीचे सड़क होगी। जिसके ऊपर फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर 306 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।