मंत्री जी के रियल्टी चेक में सही निकली महिला की शिकायत
मंगलवार को शहर के भीमनगर की झुग्गी में रहने वाली निर्मला बाई नाम की एक महिला ऊर्जा मंत्री के निवास पर भारी भरकम बिजली बिल आने की शिकायत लेकर पहुंची थी। जब मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने उससे बात की तो उसने रोते हुए बताया कि वो काफी गरीब है और उसके घर में महज एक बल्व जलता है इसके बावजूद उसके घर का बिजली बिल 13 हजार 731 रुपए आया है। महिला की शिकायत की जांच करने के लिए मंत्री प्रयुम्न सिंह तोमर खुद महिला के साथ उसके घर पहुंचे जहां उन्होंने बिजली के अधिकारियों को भी बुलाया और महिला के घर पर एक ही बल्व देखने के बाद जब महिला की शिकायत नहीं निकली तो बिजली विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और तुरंत बिजली बिल में सुधार के लिए कहा। मंत्री जी की फटकार का असर ये हुआ कि कुछ ही देर में महिला का 13 हजार 731 रुपए का बिजली बिल 13 हजार 519 रुपए घटकर महज 212 रुपए हो गया।
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मंत्री ने दी सख्त हिदायत
निर्मला बाई के घर का बिजली बिल हजारों रुपए कम करवाने के बाद मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बिजली विभाग के अधिकारियों को साफ निर्देश देते हुए कहा कि ऐसी लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार है जो हर गरीब और असहाय के साथ खड़ी हुई है लिहाजा किसी भी तरह से गरीबों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए।
शिवराज कैबिनेट के ‘नायक’ मंत्री
इससे पहले भी कई बार मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एक्शन अवतार में नजर आ चुके हैं और फैसला ऑन द स्पॉट करने वाले मंत्री जी की कार्यप्रणाली जनता में काफी चर्चित भी है।
रात करीब 3 बजे वॉटर प्लांट का निरीक्षण- 25 दिसंबर 2020 की रात भोपाल से वापस ग्वालियर लौटे मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर घर न जाकर सीधे मोतीझील वाटर प्लांट पहुंचे जहां उन्होंने मौजूद कर्मचारियों से पानी की गुणवत्ता समझी और उपकरणों की मदद से परखी भी। उन्होंने यहां कमियां मिलने पर नगर निगम के पीएचई अमले के अफसरों को फटकार लगाई। इतना ही नहीं कर्मचारियों की वेतन संबंधित शिकायत मिलने पर तुरंत ही निगमायुक्त को फोन लगाकर तत्काल वेतन देने की बात भी कही।
कड़कड़ाती सर्द रात में अस्पताल का औचक निरीक्षण– रात तीन बजे के आसपास मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सड़क मार्ग से जयपुर से ग्वालियर लौटे और रात को 3 बजे के आसपास घर न जाकर सीधे बिरला नगर स्थित प्रसूति गृह पहुंच गए। मंत्री अकेले ही महिला वार्ड में पहुंचे औऱ महिलाओं से अस्पताल में मिलने वाले नाश्ते और खाने को लेकर सवाल किया। अस्पताल में गंदगी नजर आने पर नाराजगी जाहिर की।
ट्रेन छूटी तो सब स्टेशन का निरीक्षण– शाजापुर से लौटते वक्त ट्रेन छूटने के बाद मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर औचक निरीक्षण पर निकल पड़े और रात के वक्त मक्सी स्थित बिजली विभाग के सब स्टेशन पहुंचे। जहां उन्होंने व्यवस्थाएं देखीं और कर्मचारियों की तरफ से वेतन कम मिलने की शिकायत मिलने पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
पैर पकड़ बुजुर्ग महिला की सुनी समस्या- 20 दिसंबर को जनसमस्या निवारण शिविर के दौरान ग्वालियर में मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एक बुजुर्ग महिला के पास पहुंचे और उनके पैर दबाते हुए समस्या सुनी। महिला का नाम धानुक बाई था जिसने मंत्री जी को बताया कि उसे लॉकडाउन से राशन नहीं मिला है। जिस पर मंत्री जी ने मौके पर ही अधिकारियों को बुलाकर उन्हें फटकार लगाई और महिला की समस्या दूर करने के निर्देश दिए।
कांग्रेस सरकार में नालियों की सफाई के लिए हुए थे चर्चित– मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर कांग्रेस सरकार में भी मंत्री थे तब वो नालियों की सफाई करने के लिए खासे सुर्खियों में रहे थे। मंत्री जी खुद नालियों में गंदगी मिलने पर उसे साफ करने के लिए खुद ही नालियों में उतर जाते थे। इतना ही नहीं एक बार उन्होंने अपने बेटे को भी गलती की सजा के तौर पब्लिक टॉयलेट साफ करने की सजा दी थी और टॉयलेट साफ करवाया था।