इनका आंकड़ा 810 करीब है। इनमें वे तस्कर भी हैं, जिन्होंने पुलिस पर हमला किया है। अधिकारियों ने बताया, एमडी ड्रग मामले के बाद पुलिस ने तस्करों की कुंडली भी बनाई है। लेकिन अब तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है।
पुलिस देख भागे थे प्रेमसुख और ओम
जब एनसीबी और पुलिस की टीम ने हरीश को पकड़ा था, तब प्रेमसुख और ओम पाटीदार रुपयों का हिसाब करने उसी के घर जा रहे थे। इस दौरान पुलिस को देखा तो फरार हो गए।
मेघनगर फैक्ट्री मालिक न्यायिक हिरासत में
झाबुआ. 168 करोड़ से अधिक की एमडी ड्रग्स के साथ पकड़े गए मेघनगर फार्माकेम प्रालि के मालिक विजय सिंह राठौड़ निवासी छानी वड़ोदरा की रिमांड अवधि पूरी होने से एक दिन पहले ही डीआरआइ टीम ने उसे कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया, तर्क दिया पूछताछ पूरी हो गई है। लिहाजा न्यायालय ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
राजस्थान से जुड़े तार
इंदौर. सराफा चौपाटी पर एमडी ड्रग्स की तस्करी मामले में डीसीपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी गठित की है। अब पुलिस को तार राजस्थान से जुड़े मिले हैं। एसआइटी अब राजस्थान के झालावाड़ और प्रतापगढ़ के लिए निकल चुकी है। जब्त ड्रग्स की जांच के लिए नार्कोटिक्स विंग की की मदद भी ली जाएगी।
पुलिस देख भागे थे प्रेमसुख और ओम
जब एनसीबी और पुलिस की टीम ने हरीश को पकड़ा था, तब प्रेमसुख और ओम पाटीदार रुपयों का हिसाब करने उसी के घर जा रहे थे। इस दौरान पुलिस को देखा तो फरार हो गए। पुलिस के अनुसार, शोयब लाला, ओम पाटीदार और रबनवाज को मंदसौर पुलिस भी ढूंढ़ रही है। तीनों के पकड़े जाने के बाद ही पता चलेगा कि इनके साथ कौन-कौन मंदसौर सहित अन्य शहरों में इनके कहने पर ड्रग सप्लाई कर रहे थे।