बता दें कि
एमपी के मंडला जिले में गोवंश के अवशेष और गोवंश मिलने के बाद मोहन सरकार के एक्शन पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट शेयर की है। इस पोस्ट में उन्होंने कहा है कि ‘2015 में अख़लाक़ के फ्रिज में रखे गोश्त को बीफ बता कर एक हुजूम ने उनके घर में घुस कर उन्हें मार दिया था। ना जाने कितने मुसलमानों पर तस्करी और चोरी का झूठा इल्जाम लगा कर उनका कत्ल कर दिया गया। जो काम पहले भीड़ करती थी वो काम अब सरकार कर रही है। मध्य प्रदेश सरकार ने कुछ मुसलमानों पर इल्ज़ाम लगाया कि उनके फ्रिज में बीफ था और 11 घरों पर बुलडोजर चला दिया।
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि ‘ना-इन्साफी का सिलसिला थमता नहीं। चुनाव के नतीजों से पहले और बाद भी, घर मुसलमानों के ही तोड़े जाते हैं, कत्ल मुसलमानों के ही होते हैं। जिन्हें झोली भर-भर के मुसलमानों का वोट मिलता है, वो क्यों चुप हैं।’
यहां जानें पूरा मामला
मंडला में अवैध बूचड़खानों की सूचना पर एसडीओपी नैनपुर नेहा पच्चसिया व नैनपुर निरीक्षक बलदेव सिंह मुजालदा के नेतृत्व में टीम रवाना हुई थी। पुलिस ने बताया कि दबिश के दौरान ग्राम भैसवाही में 11 घर ऐसे मिले जहां पर गोवंश व उनके अवशेष मिले। यहां लंबे समय से दबे-छिपे घरों से बूचड़खाने संचालित हो रहे थे।
11 पर मामला दर्ज, एक गिरफ्तार
पुलिस टीम ने सभी 11 आरोपियों पर मामला दर्ज किया, जबकि एक को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। राजस्व विभाग ने रेकॉर्ड की पड़ताल की तो सभी घर सरकारी भूमि पर मिले। इन घरों में राजस्व विभाग द्वारा अतिक्रमण हटाने से संबंधित कार्रवाई करते हुए बुलडोजर चलाया गया।