आम को फलों का राजा कहा जाता है, वहीं इसमें भी सबसे खास हापुस आम है, जो इन दिनों भेल स्थित जवाहर बाग में पाया जा रहा है। बाग की देखरेख करने वालों ने बताया कि यहां मल्लिका और आम्रपाली आम भी खास है। बताते हैं, आम की ऐसी वैराइटी तैयार की गई थी, जो हर साल फल देती हैं।
ये भी पढ़ें: देश की सभी विधान सभाएं अब एक प्लेट फॉर्म पर, एमपी में भी जल्द लागू होगा E-Vidhan Project पेड़ पर पकने के बाद ही तोड़े जाते हैं आम
भोपाल के भेल क्षेत्र में स्थित इस आम के बाग में सब्जियों से लेकर फलों तक जहां केमिकल का उपयोग हो रहा है वहीं यह बागीजा इसके पूरी तरह मुक्त है। पेड़ पर पकने के बाद ही यहां आम तोड़े जाते हैं। आम लोगों को यह मुहैया है। इनमें कई प्रीमियम क्वालिटी भी हैं। कई लोग सामने आम तुड़कावर भी ले जाते हैं।
ये वैराइटी बनाती हैं खास
- आम के इस बाग में 17 प्रजातियां हैं।
- इनमें कुछ प्रजातियां दुर्लभ हैं।
- बाग की देखरेख कर रहे कृष्णकांत ने बताया कि यहां लंगड़ा, दसेरी, चौसा, नरगिस, आम्रपाली, कृष्णभोग, जाफरान कोहिनूर, डालर, महाराजा, दय्यड, हिमसागर, मलका, कैंसर जैसी कई वैराइटी हैं।
- नूरजहां है खास : नूरजहां आम मिठास से ज्यादा आकार और वजन के लिए प्रसिद्ध है। इसके एक फल का वजन चार किलो तक होता है।
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