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धार जिले की कारम नदी पर बन रहा डैम की दीवार धीरे धीरे धंस रही है। उसमें से मिट्टी खसक रही है। पानी का भी रिसाव हो रहा है। यदि यह डैम पूरी तरह से फूट जाता है तो 6 किलोमीटर दूर तक फैला बैकवाटर दो जिलों के 11 गांवों को तबाह कर देगा। निरीक्षण करने के बाद कोठीदा, भारुडपुरा, इमलीपुरा, भांडाखो, दुगनी, डेहरिया, सिमराली, सिरसोदिया, डहीवर, लसनगांव व हनुमंतिया जैसे गांवों में प्रशासन की टीम तैनात कर दी है।
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पूर्व सीएम ने लगाए आरोप
डैम से मिट्टी धंसकने और रिसाव की खबर लगते ही पूर्व सीएम कमलनाथ (kamalnath) ने भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने शुक्रवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर राज्य सरकार (stat govt) पर निशाना साधा है।
कमलनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा
1. मध्यप्रदेश के धार ज़िले में कारम नदी पर नवनिर्मित कोठिदा-भारुडपूरा डैम में लिकेज की ख़बर बेहद चिंताजनक।
2. 304 करोड़ की इस योजना में शुरू से स्थानीय ग्रामीणजनो व जनप्रतिनिधियो द्वारा भ्रष्टाचार व घटिया निर्माण कार्य की शिकायत दर्ज करवायी जा रही थी लेकिन शिकायतों की अनदेखी की गयी , जिसके परिणाम स्वरूप पहली बारिश में ही यह लिकेज की घटना सामने आयी है।
आदिवासी क्षेत्रों में चले रहे विभिन्न निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायतें निरंतर सामने आ रही है।
3. मैं सरकार से माँग करता हूँ कि डैम में लिकेज को देखते हुए सरकार सुरक्षा के तत्काल आवश्यक सभी कदम उठाये ताकि किसी भी तरह के नुक़सान व जनहानि को रोका जा सके।
4. आसपास के गाँवो में विशेष सतर्कता बरतने व उन्हें सुरक्षित स्थानो पर पहुँचाने की तैयारी भी की जावे।
साथ ही इस नवनिर्मित डैम में भ्रष्टाचार व घटिया निर्माण की शिकायतों को देखते विशेषज्ञों का एक जाँच दल तत्काल गठित करने का निर्णय भी लिया जावे जो इस निर्माण कार्य की जाँच करे।
5.साथ ही इसके दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो।
जल संसाधन मंत्री बोले, जांच कराएंगे
इधर, इस घटना के बाद प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने मीडिया से कहा कि वे खुद मौके पर पहुंच रहे हैं। दो स्तरीय जांच कराई जाएगी। जिसमें एक प्रशासनिक स्तर पर जांच होगी और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम इसकी गुणवत्ता और निर्माण कार्यों की जांच करेगी।
बढ़ रहा है खतरा