आइपीएस कैलाश मकवाना को करीब 4 साल में 7 बार स्थानांतरित किया गया। कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने उनका 3 बार तबादला किया था। 2019 में एडीजी इंटेलिजेंस और एडीजी प्रशासन बनाया गया। 2020 में एडीजी नारकोटिक्स
और एडीजी सीआईडी बनाया। 2021 में मप्र पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन का चेयरमैन बनाया और बाद में लोकायुक्त संगठन का महानिदेशक का दायित्व सौंपा। यहां से 6 माह में ही हटाकर मप्र पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन में भेज दिया था।
प्रदेश में कैलाश मकवाना का विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त में महानिदेशक पद का कार्यकाल सबसे चर्चित है। उन्होंने पद संभालते ही आइएएस, आइपीएस के भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी। ठंडे बस्ते में पड़ीं पुराने मामलों की फाइल खोलकर कई IAS, IPS अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की। उन्होंने महाकाल लोक कॉरिडोर की जांच भी शुरू कर दी थी। अधिकारियों के साथ ही सरकार भी थर्रा उठी और कैलाश मकवाना को वहां से जल्द ही हटा दिया गया।