जानकारी के अनुसार एक तरफ जहां कांग्रेस Congress पार्टी सिंधिया jyotiraditya scindia समर्थक विधायकों को बेंगलुरू में बंधक बनाने का आरोप बीजेपी bjp पर मढ़ रही है वहीं भाजपा की ओर से विधायकों के बागी political drama in mp होने की बात कहते हुए उनके अपनी मर्जी से कहीं ओर होने की बात कह रही है। ऐसे में अब तक सिंधिया समर्थक jyotiraditya fan विधायक के वापस नहीं आने पर हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में बागी कांग्रेस विधायक मुन्नालाल गोयल को लेकर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की गई है। एडवोकेट उमेश कुमार बोहरे ने याचिका दायर कर बीजेपी पर बंधक बनाने का आरोप लगाया है।
इधर, विधायक मनोज चौधरी के भाई ने राज्यपाल को लिखा पत्र
वहीं दूसरी ओर सिंधिया समर्थक हॉट पिपलिया विधायक मनोज चौधरी के भाई बलराम चौधरी ने राज्यपाल को पत्र लिखकर अपने भाई के लापता होने की शिकायत की है। उनके अनुसार उनसे संपर्क नहीं हो पाने से घर में सभी परेशान व चिंतित हैं। उनके साथ अनहोनी होने की आशंका है। अत: कृपा कर आप अपने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग करते हुए मेरे भाई विधायक मनोज चौधरी को भाजपा के नेताओं के बंधन से रिहा करवाने की कार्रवाई करें।
अभी कुछ समय पहले ही कांग्रेस विधायक मुन्नालाल गोयल अपनी ही सरकार से नाराज होकर विधानसभा vidhansabha के मुख्यगेट के पास धरने पर बैठ गए थे। इसके बाद वे सुबह 11 बजे वह समर्थकों के साथ विधानसभा भी पहुंचे। यहां गोयल समर्थकों के साथ विधानसभा की बैरिकेडिंग गेट से ऊपर चढ़े और फांदकर गांधीजी की प्रतिमा तक पहुंचे।
इस दौरान सिंधिया jyotiraditya scindia समर्थक गोयल ने कहा था कि कांग्रेस सरकार अपने वचनपत्र में शामिल वादे पूरा नहीं कर रही है। इसलिए मैं धरना देने के लिए मजबूर हुआ हूं। उन्होंने कहा कि न मैं मुख्यमंत्री से नाराज हूं और न ही अन्य किसी मंत्री से। मैं चाहता हूं कि कांग्रेस ने वचन पत्र में किए गए वादों को पूरा किया जाए।
उस समय गोयल ने कहा था कि वे इस मांग पर भी अडिग हैं कि विधायकों की समस्याओं के निराकरण के लिए 15 दिन में एक बार प्रत्येक संभाग के विधायकों को बुलाकार विकास कार्यों की समीक्षा की जाना चाहिए।
गाेयल ने कहा था कि पत्र लिखने के बाद उनसे किसी ने संपर्क नहीं किया है। लेकिन उम्मीद है कि आगामी 8-10 दिन में कोई सकारात्मक कदम उठाया जाएगा। विधायक गोयल ग्वालियर में पिछले 20 वर्षों से निवास कर रहे 1200 गरीब भूमिहीन परिवारों को पट्टा नहीं मिलने से नाराज हैं। उन्होंने कहा कि ये गरीब जहां रहते हैं, वहां पर प्रशासन ठंड में बुलडोजर चला रहा है।
गोयल ने पत्र में लिखा था कि “मुख्यमंत्री के रूप में आप पर काम के बोझ को मैं महसूस करता हूं। आपको विधायकों से मिलने का समय नहीं है, लेकिन जिस जनता ने मुझे विधायक चुना है, उसके हितों का ख्याल रखना मेरा फर्ज है। पिछले छह माह में मुख्यमंत्री से लेकर संबंधित मंत्रियों को कई बार पत्र दे चुका हूं। लेकिन समस्याएं जस की तस हैं।” उन्होंने आगे कहा था कि आपको जगाने के लिए 17-01-2020 के विधानसभा सत्र की कार्यवाही का बहिर्गमन किया है।