केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं सीएम की दौड़ में शामिल नहीं हूं। सिंधिया ने यह भी कहा कि सीएम क्या, मैं किसी भी पद की दौड़ में नहीं हूं। उन्होंने अपने पिता माधवराव सिंधिया का जिक्र करते हुए कहा कि वे हमेशा कहा करते थे कि राजनीति का लक्ष्य हमेशा जनसेवा होना चाहिए।
सिंधिया ने एक बार फिर कांग्रेस से बीजेपी में आने की वजह भी बताई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में उनका कई बार अपमान किया गया लेकिन पार्टी के हित में वे बर्दाश्त करते रहे। जब अति हो गई तो कांग्रेस से बाहर आ गए। सिंधिया ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के लोगों से किए वादे पूरे नहीं किए। उन्होंने कहा किे मैं किसी पद के लिए बीजेपी में नहीं आया।
हालांकि सिंधिया ने यह भी कहा कि पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उसे स्वीकार करूंगा। उन्होंने कहा कि वे महत्वाकांक्षी जरूर हैं पर पार्टी जो कहेगी वैसा ही करेंगे। गौरतलब है कि हाल ही में बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता सिंधिया पर उनकी महत्वाकांक्षाओं को लेकर कई आरोप लगा चुके हैं। शुरु से ही यह कहा जाता रहा है कि सीएम नहीं बनाए जाने के कारण ही सिंधिया कांग्रेस से नाराज थे और आखिरकार पार्टी छोड़कर बीजेपी में आ गए।