भोपाल. कोरोना को लेकर राज्य शासन ने नई गाइडलाइन जारी कर दी है लेकिन इसके बावजूद स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों की चिंता समाप्त नहीं हो रही है. दरअसल राज्य सरकार द्वारा जारी की गई नई गाइडलाइन में स्कूलों का कोई जिक्र ही नहीं है. हालांकि विद्यार्थियों और अभिभावकों की स्कूल बंद कर ऑनलाइन क्लास ही लेने की मांग पर भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने अहम बयान दिया है.
प्रदेश में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. इस स्थिति में ही देश के अन्य राज्यों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं पर प्रदेश में अभी भी स्कूल खुल रहे हैं. प्रदेश सरकार द्वारा नई गाइडलाइन जारी करने के बाद भी स्कूलों की स्थिति साफ नहीं हुई है. राज्य में अभी 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ ऑफलाइन क्लास चल रहीं हैं. प्रदेश के शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों को ऑनलाइन क्लास जारी रखने के निर्देश भी दिए गए हैं.
यह भी पढ़ें : बुखार आने पर नई गाइडलाइन, जानिए किन लोगों को माना जाएगा कोरोना निगेटिव राज्य सरकार का मानना है कि ज्यादातर स्कूलों में क्लासेस आनलाइन ही चल रही हैं जबकि ऐसा है नहीं. अधिकांश प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को स्कूल बुलाया जा रहा है यानि ऑफलाइन क्लास ही चल रहीं हैं. अभिभावकों का दबाव बढ़ने पर स्कूल शिक्षा विभाग ने राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के सभी जिलों से रिपोर्ट बुलाई है. विभाग का कहना है कि रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा. इस प्रक्रिया में अभी 3—4 दिन और लग सकते हैं.
इस बीच स्कूल खुले रहेंगे या या बंद होंगे, क्लासेस ऑफलाइन लगेंगी या ऑनलाइन, इस संबंध में भोपाल कलेक्टर ने अहम बात कही है. भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया का कहना है कि अभी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ स्कूल संचालित हो रहे हैं. हालांकि कलेक्टर ने साफ कहा है कि यदि आनेवाले दिनों में केस बढ़े तो दोबारा रिव्यू कर फैसला लिया जाएगा. स्थिति के मुताबिक कौन से मोड का इस्तेमाल करना है, यह विचार किया जाएगा.