जीएसटी का वार्षिक रिटर्न फार्म 9 और फार्म 9सी भरना है। इसमें ट्रेडर्स का साल भर का लेखाजो खा देना होता है। एक्सपर्ट बताते हैं कि इस बार जीएसटी का वार्षिक रिटर्न भरने में व्यापारियों को लंबा समय लग रहा है। पोर्टल पर भी कुछ परेशानी आ रही है। इनका कहना है कि 31 दिसंबर के बाद रिटर्न फाइल करने पर प्रतिदिन के हिसाब से पैनल्टी का भार आ सकता है।
फॉर्म में किए बदलाव
जीएसटी की वार्षिक विवरणी वर्ष 23-24 के फॉर्म 9 और 9सी भरने की आखिरी तारीख 31 दिसंबर है। इस वर्ष इनपुट रिबेट जो फॉर्म में अपने आप आती है उसमें कुछ बदलाव किए गए जिससे बहुत विसंगतियां पैदा हो गई। विभाग द्वारा भी स्पष्टीकरण दिए गए लेकिन फिर भी समस्याएं आ रही हैं। आयकर की विवरणी भरने की भी आखिरी तारीख 31 दिसंबर ही है।
आयकर भरने की तारीख दिसंबर कर दी गई है
सरकार द्वारा आयकर विवरणी भरने की आखिरी तारीख मार्च से घटाकर दिसंबर कर दी गई है जिस कारण जीएसटी एवं आयकर की रिटर्न भरने की आखिरी तारीख एक साथ पड़ी है। इससे दोगुना भार आ गया है। ऐसे समय पर जीएसटी और आयकर का पोर्टल भी ठीक से काम नहीं करता इस कारण समस्याएं बढ़ जाती है।