बारिश से राजधानी के कई इलाकों में पानी भर आया है। होशंगाबाद रोड पर स्थित मिसरोद थाने में भी पानी घुस गया है। पुलिसवाले थाने से पानी निकालने की कोशिश में लगे हैं। वहीं कुछ पुलिसकर्मी वैसे ही थाने में बैठ काम कर रहे हैं। पूरा थाना जलमग्न हैं। थाना परिसर तो छोड़िए सभी कमरों में भी पानी घुस गए हैं। अगर बारिश नहीं रुकी तो कई इलाकों की स्थिति ऐसी ही हो सकती है।
शहर के निचली इलाकों में पानी जमा हो गया है। अब भोपाल से सटे हुजूर तहसील के ग्राम झगरिया में स्थिति खराब हो गई है। गांव में पानी घुस गया है। सभी घर डूब गए हैं। राहत पहुंचाने के लिए प्रशासन की टीम वहां पहुंच गई है। वीडियो में आप देख सकते हैं कि गांव की गलियां समंदर में तब्दील हो गई हैं। हर तरफ सिर्फ पानी ही पानी है।
भारी बारिश की वजह से कोलार डैम के सभी आठ गेट खोल दिए गए हैं। ये सभी गेट शाम को करीब पौने छह बजे खोले गए। इसके साथ ही शहर की 22 लो-लाइन विकसित बस्तियां भी भारी बारिश की चपेट में हैं। वहां पानी का भारी जमाव है। भोपाल पर मानसून की मेहरबानी इस बार इतनी है कि नौ दिन की बारिश में ही पिछले आठ सालों का रिकॉर्ड टूट गया है।