विवादित जमीन पर सड़क बनवाने के लिए विधायक उमादेवी खटीक खुद मौके पर पहुंच गईं। अधिकारी उन्हें समझाने लगे तो बोलीं- मैं अनपढ़ हूं, गंवार हूं! प्राण त्याग दूंगी लेकिन यह सड़क बनेगी। इस घटना के वीडियो भी सामने आए हैं।
यह भी पढ़ें : एमपी में बाइक सवारों को हवा में उछालते चली गई कार, 3 मौतों से पसरा मातम कहा जा रहा है कि सोमवार को जिस जगह रोड बनी वह सीएम राइज स्कूल की जमीन है। आरोप लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी विधायक उमादेवी खटीक ने एक अवैध कालोनी तक जाने के लिए यह सड़क बनवाई गई है। सबसे खास बात यह है कि विधायक ने स्वयं खड़े होकर यह सड़क बनवाई। विधायक उमा देवी ने उनपर उठाए जा रहे सवालों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि रोड निर्माण कर ग्रामीणों की दिक्कत दूर की गई है।
ये है मामला
सीएम राइज स्कूल की जमीन के पीछे कॉलोनी काटकर अवैध तरीके से प्लाट बेचे गए। शिकायत के बाद रजिस्ट्री में दर्शाई सड़क को आधार मानकर सागर संभागायुक्त ने एसडीएम को निर्देश देकर सड़क खुलवाई थी। इसके बाद नगर पालिका ने सड़क का निर्माण शुरू कर दिया। आरोप है कि सीएमओ राजेंद्र खरे ने पीआईसी की अनुमति के बिना सड़क स्वीकृत की। रोड निर्माण के लिए अडीं विधायक उमादेवी खटीक को हटा बीईओ बीएस राजपूत ने समझाने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि विवादित जमीन का मामला आयुक्त के समक्ष विचाराधीन है। केस में हाईकोर्ट जाने की भी तैयारी चल रही है। इस पर विधायक ने कहा कि अभी सड़क बनने दो, जब कोर्ट का फैसला आएगा तब देखेंगे।
नगरपालिका अध्यक्ष शैलेंद्र खटीक ने स्कूल की जमीन पर सड़क बनाने को सरासर गलत बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर पालिका सीएमओ किसी की नहीं सुन रहे, मनमर्जी कर रहे हैं। बीईओ बीएस राजपूत ने बताया कि विधायक उमादेवी को वस्तु स्थिति बताई थी। वह सड़क निर्माण करानी चाहती हैं। विधायक उमादेवी खटीक ने कहा कि पुरैना गांव के लोगों की समस्या दूर करने सड़क निर्माण कराया है। वे मेरे पास यह समस्या लेकर आए थे।