हरदा में पटाखा फैक्ट्री में दुर्घटना के बाद बचाव और उपचार के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। हरदा में हुए हादसे के बाद भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज से पांच डॉक्टरों की विशेष टीम को हरदा भेजा गया है। डॉक्टरों की टीम में सर्जरी और बन प्लास्टिक विभाग के सीनियर प्रेसिडेंट डॉक्टर शामिल है। इसके साथ ही गांधी मेडिकल कॉलेज से दवाएं और ऑपरेशन के उपकरण भी हरदा भेजे जा रहे हैं।
चिकित्सीय सहायता सामान को लेकर दो एंबुलेंस हमीदिया अस्पताल से हरदा के लिए रवाना हुईं। चिरायु अस्पताल भी एक चिकित्सकीय दल हरदा भेज रहा है।
हादसे की सूचना मिलते ही खंडवा मेडिकल कॉलेज में सभी डॉक्टर्स की रोस्टर ड्यूटी तय कर दी गई है। इमरजैंसी रूम में स्ट्रेचर और कर्मचारियों की भी तैनाती कर दी गई। खंडवा मेडिकल कॉलेज से 11 एम्बुलेंस और चार डॉक्टर की टीम हरदा रवाना हुई। कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने व्यवस्थाओं की समीक्षा की।जिले के हरसूद में 30 बेड, आशापुर में 6 बेड और मेडिकल कॉलेज अस्पताल के बर्न वार्ड में 40 बेड आरक्षित किए गए हैं। यहां डॉक्टर्स की ड्यूटी भी लगाई गई है।
हरदा में भोपाल से 20 एवं अन्य ज़िलों से कुल मिलाकर 115 एम्बुलेंस भेजी जा रही हैं। 3 अतिरिक्त एम्बुलेंस में बर्न संबंधी कंज्यूमेबल्स एवं दवाएं भेजी जा रही हैं।
मेडिकल कॉलेज भोपाल और मेडिकल कॉलेज इंदौर से चिकित्सकों की स्पेशल टीम हरदा भेजी गयी हैं। इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज भोपाल में 50 बेड और एम्स भोपाल में 10 बेड दुर्घटना पीड़ित के लिये तैयार कर रिज़र्व रखे गये हैं।
हरदा में भीषण हादसे के बाद स्थानीय कांग्रेस विधायक रामकिशोर दोगने भावुक हो उठे। विधायक ने हरदा के लोगों से वाहन लेकर अस्पताल पहुंचने की अपील की। उन्होंने कहा कि हादसे में कई लोग बुरी तरह घायल हुए हैं। लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है। विधायक ने आमजनों से मदद के आगे आने की अपील की और कहा कि घायलों को अपने वाहनों से भोपाल या बड़े शहरों में ले जाकर उन्हें एडमिट कराएं।