सूत्रों के मुताबिक राजभवन ने इस मामले में सकारात्मक संकेत दिए हैं। राज्यपाल लालजी टंडन अब विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को बुलाकर इस मामले में चर्चा कर सकते हैं। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव एवं पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा शामिल थे।
राजभवन के बाहर मीडिया से चर्चा करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक डरी हुई सरकार अपने आप को बचाने के लिए षडयंत्र कर रही है। हाईकोर्ट के स्टे के कारण स्वत: ही प्रहद अयोग्यता समाप्त हो गई, लेकिन सरकार षडयंत्रपूर्वक उनको विधानसभा से बाहर रखने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि इस षडयंत्र में विधानसभा अध्यक्ष निष्पक्ष नहीं हैं वह पक्षपाती हो गए हैं।
राकेश सिंह ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार लोकतंत्र का गला घोटने का काम कर रही है। पवई विधायक प्रहलाद लोधी का मामला इस बात का प्रत्यक्ष उदाहरण है। सजा होने के 48 घंटे भी नहीं बीतते और तत्काल विधानसभा अध्यक्ष द्वारा निर्वाचन आयोग पवई सीट को रिक्त करने की सूचना भेज देते हैं। लेकिन उसी सजा पर हाईकोर्ट का स्टे होता है तो 8 दिन में भी अध्यक्ष उस पर कार्यवाही नहीं करते हैं।
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष षडयंत्र रचकर प्रहलाद लोधी की सदस्यता समाप्त करने का काम कर रहे है। उनका यह फैसला असंवैधानिक है।
संघ ने किया तलब, दो घंटे तक चली क्लास-
राजभवन से भाजपा नेताओं के लौटते ही संघ के क्षेत्रीय मुख्यालय से प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के पास फोन आ गया। आनन-फानन में राकेश ङ्क्षसह और प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत संघ के क्षेत्रीय मुख्यालय समिधा पहुंचे। यह इन दोनों नेताओं की संघ के क्षेत्र प्रचारक दीपक विस्पुते के साथ तकरीबन दो घंटे तक बैठक चली।
सूत्रों के मुताबिक संघ ने प्रहलाद लोधी के मामले में भाजपा से पूरी जानकारी मांगी है। संघ इस मामले में राज्यपाल से भी चर्चा कर सकता है। उधर बैठक में भाजपा के मंडल और जिला अध्यक्षों के चुनाव पर भी चर्चा हुई। हाल ही में चुनाव को देखते हुए भाजपा ने संघ के ही निर्देश पर संभागीय संगठन मंत्रियों के संभागों में बदलाव किया था। संघ ने इस मामले में फीडबैक लिया है।