पीएम नरेंद्र मोदी की केबिनेट में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी तथा अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन ने एमपी से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। सीएम डॉ. मोहन यादव सहित कई विधायक उनके प्रस्तावक बने। राज्यसभा सीट के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन है और विधानसभा में संख्या बल को देखते हुए जॉर्ज कुरियन का जीतना तय है।
यह भी पढ़ें : Ladli Behna – लाड़ली बहनों को बड़ी सौगात, अब पट्टे भी मिलेंगे, राखी पर सीएम का ऐलान बीजेपी ने मंगलवार को मध्यप्रदेश से राज्यसभा सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा की थी। बुधवार को जॉर्ज कुरियन सुबह विशेष विमान से भोपाल आए और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मिले। इसके बाद दोनों नेताओं ने मुख्यमंत्री निवास जाकर सीएम डॉ. मोहन यादव से भेंट की। सीएम और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष के साथ केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन विधानसभा पहुंचे और नामांकन दाखिल किया।
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राज्यसभा के प्रत्याशी जॉर्ज कुरियन केरल में पार्टी के सबसे भरोसेमंद वरिष्ठ नेता हैं। केरल के एट्टुमानूर के नम्बियाकुलम में जन्मे कुरियन ने कोट्टायम जिले से स्कूली पढ़ाई की। एमए और एलएलबी करनेवाले जॉर्ज कुरियन महज 19 साल की उम्र में ही बीजेपी में आ गए थे। उन्होंने सन 1980 में पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। जॉर्ज कुरियन बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे। उन्हें राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग का उपाध्यक्ष भी बनाया गया था। जॉर्ज कुरियन बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के भी सदस्य हैं।
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मध्यप्रदेश की इकलौती राज्यसभा सीट से जॉर्ज कुरियन का निर्विरोध जीतना तय है। एमपी से राज्यसभा का सांसद बनते ही सदन में प्रदेश का प्रतिनिधित्व भी बढ़ जाएगा। बीजेपी जॉर्ज कुरियन के प्रभाव का इस्तेमाल दक्षिण में पार्टी के पैर फैलाने के लिए कर रही है। खासतौर पर केरल में राहुल गांधी और कांग्रेस की राह में रोड़े अटकाने के लिए बीजेपी उन्हें आगे बढ़ा रही है।
दक्षिणी राज्यों में अन्य प्रदेशों की तुलना में केरल में आरएसएस ज्यादा सक्रिय है। यहां करीब 20 प्रतिशत ईसाई भी हैं जिन्हें लुभाने के लिए ही क्रिश्चियन जॉर्ज कुरियन को केंद्र में मंत्री बनाया गया है।
कुरियन ने इस बार लोकसभा चुनावों में ईसाई वोटर्स को बीजेपी के करीब लाने में अहम भूमिका निभाई। जॉर्ज कुरियन की ये कोशिश रंग भी लाई। लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने न केवल केरल की त्रिशूर सीट पर अच्छी जीत दर्ज की बल्कि कुरियन के प्रभाव के कारण राज्य की आधा दर्जन अन्य सीटों पर भी पार्टी को खासे वोट मिले।
इससे उत्साहित बीजेपी ने अभी से राज्य में दो साल बाद होनेवाले विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरु कर दी है। केरल में कांग्रेस और वामदलों के वर्चस्व को चुनौती देने का दायित्व जॉर्ज कुरियन को दिया गया है। इस प्रकार जल्द ही सदन में एमपी का प्रतिनिधित्व करनेवाले कुरियन को बीजेपी ने राहुल गांधी को रोकने की बड़ी जिम्मेदारी दे दी है। केंद्र में मंत्री बनने के बाद जॉर्ज कुरियन की पहली परीक्षा वायनाड में हो सकती है।