किचन में न पड़ा रहने दें फूड वेस्ट
किचन में स्क्रैच वाले चॉपिंग बोर्ड और टूटे हुए बरतनों को हटा दें क्योंकि वे हानिकारक बैक्टीरिया को एकत्र कर सकते हैं। घर के किसी भी सदस्य को किचन में धूम्रपान और च्यूंइगम चबाने की अनुमति न दें। इसके अलावा पालतू जानवरों को भी किचन में न आने दें। हो सके तो फ्रिज के एक भाग को केवल कच्चे फलों और सब्जियों के लिए ही बना दें। किचन में पैर से खुलने वाले डस्टबिन का प्रयोग करें। इससे उसे बार-बार हाथ से खोलने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। किचन में फूड वेस्ट को फौरन निपटाने की व्यवस्था करें क्योंकि यह बैक्टीरिया को बढ़ाने का काम करेगा।
हवा की आवाजाही
आपकी किचन इस तरह से डिजाइन होनी चाहिए कि फर्श, दीवारों, छत, खिड़की, टाइल्स, सीलिंग आदि को आसानी से साफ तो किया जा सके ही, इन्हें रिपेयर करना भी आसान हो। किचन में नेचुरल और इलेक्ट्रिक लाइट दोनों की ही उचित व्यवस्था होनी चाहिए। इस बात का भी खयाल रहे कि किचन में हवा की आवाजाही की उचित व्यवस्था हो।
इंसेक्ट पू्रफ स्क्रिन लगवाएं
किचन में हवा की आवाजाही के लिए जो व्यवस्था करें , वहां इस बात का ध्यान दें कि कीट-पतंगों के आने का डर न हो। जरूरत हो तो किचन में इंसेक्ट पू्रफ स्क्रिन लगवा सकते हैं। सिंक में इस बात पर ध्यान दें कि ठंडे और गर्म पानी की सप्लाई किसी भी तरह से बाधित न हो। किचन में साफ-सफाई के लिए इस्तेमाल होने वाले पोंछे या कपड़े को भी एक से दो महीने में बदल दें और किचन टॉवल को भी समय-समय पर बदलते रहें।
ये भी ध्यान दें
– कभी खाना एक से अधिक बार गर्म न करें।
– माइक्रोवेव का उपयोग करते समय सुनिश्चित करें कि खाना पकाने के दौरान स्थायी समय और भोजन को गर्म करने के लिए सही निर्देशों का प्रयोग किया जाए।
– उपयोग के बाद और पहले, दोनों बार बारबेक्यू को पूरी तरह से साफ किया जाना चाहिए।
– किचन में खाना बनाने से पहले और बाद में हाथों को जरूर धोएं।
– सूप या सॉस जैसे खाद्य पदार्थ अगर बच जाएं तो उन्हें फौरन फ्रिज में स्टोर कर देना चाहिए। ऐसे ही फ्रोजन फूड को भी फौरन फ्रिज में रख दिया जाना चाहिए।
– खाना बनाने से जुड़े किसी भी तरह के उपकरण को साफ-सुथरा करके रखें।