सुदीप्ति मप्र और भारत की पहली महिला घुड़सवार है, जिसने अंतरराष्ट्रीय घुड़सवारी संघ की ओर से आयोजित उच्च स्तरीय ड्रेसाज स्पर्धा में पदक हासिल किया था। इस खेल में घुड़सवार और उसके घोड़े के बीच तालमेल बहुत अहम होता है। इसके लिए सुदीप्ति ने करीब 40 लाख रुपए कीमत का घोड़ा खरीदा था। मगर प्रतियोगिता से पहले उसे चोट लग गई। इसके बाद ढाई लाख रुपए महीने किराए पर घोड़ा लेना पड़ा। उन्होंने बताया कि मैं अभी केडब्ल्यू पीएम हॉर्स पर राइडिंग कर रही हूं जिसे नीदरलैंड से मंगवाया है।
सुदीप्ति ने अभी तक अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में दस पदक जीते है, जबकि नेशनल स्तर पर 92 पदक अपने नाम किए हैं। सुदीप्ति को वर्ष 2020 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार प्रदान किया था। वर्ष- 2017 में मप्र सरकार उन्हें एकलव्य पुरस्कार से नवाज चुकी है।
सुदीप्ति ने बताया कि फ्रांस में रहना बहुत महंगा होता है। लाखों रुपए के किराए पर घोड़ा लेने वाले खिलाड़ी भी अपना खाना खुद बनाते हैं। बर्तन धोते हैं। घोड़े की देखभाल भी खुद करना होती है।