आयोग ने
मप्र पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के एआरआर के इस प्रस्ताव को माना तो शहर के चार लाख उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। टीओडी के तहत दिन ओर रात को अलग-अलग टैरिफ लगता है। अभी दस किलोवॉट तक के बिजली उपभोक्ताओं पर ये टैरिफ लागू है। कंपनी ने आयोग को बिल सरलीकरण के तहत 150 यूनिट को ही उच्चतम टैरिफ करने का भी प्रस्ताव दिया है।
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टाइम ऑफ द डे टैरिफ एक विद्युत टैरिफ प्रणाली है जिसमें बिजली की दरें विभिन्न समयों पर अलग-अलग होती हैं। जब बिजली की मांग अधिक होती है, जैसे सुबह और शाम के समय, तो इन घंटों के दौरान बिजली की दर अधिक होती है। जब बिजली की मांग कम होती है, जैसे रात में, तो इन घंटों के दौरान बिजली की दर कम होती है।
सुबह नौ बजे से पहले धुलाई होगी महंगी
मप्र विद्युत नियामक आयोग ने दस किलोवॉट से कम भार क्षमता वाले उपभोक्ताओं यानि घरेलू उपभोक्ताओं पर भी टीओडी लागू किया तो फिर सुबह छह बजे से नौ बजे के बीच कपड़ों की धुलाई से लेकर कपड़ों की प्रेस और खाना बनाना तक महंगा पड़ेगा। तय टैरिफ के अनुसार सुबह छह बजे से नौ बजे तक बिजली की दर तय दर से 20 फीसदी ज्यादा होगा। नौ बजे से शाम पांच बजे तक दर 20 फीसदी कम होगी। शाम छह बजे से रात दस बजे तक फिर 20 फीसदी महंगी होगी। ऐसे में लोगों को घड़ी देखकर ही अपना बिजली संबंधी काम तय करना होगा।