अपडेट-
– कोरोना वेक्सीन के लिये भोपाल के 3 केन्द्रों पर सफलतापूर्वक हुआ ड्राय रन
– प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 75 व्यक्तियों पर की वेक्सीन रिहर्सल
– कोविन एप पर वेक्सीनेशन के लिये चुने गये 75 व्यक्ति
– ड्राय रन में (रिहर्सल में) वेक्सीनेशन होने के आँकडे 11 बजे के बाद ऑनलाइन प्रदर्शित होने लगे।
– 3 वेक्सीनेशन केन्द्रों जिनमें गाँधीनगर स्वास्थ्य केन्द्र, गोविंदपुरा स्वास्थ्य केन्द्र और एल.एन. मेडिकल कॉलेज कोलार में बनाये गये थे।
– ड्राय रन को इंटरनल टीम मॉनिटरिंग के अतिरिक्त डब्ल्यू.एच.ओ., यूनिसेफ और चाई के प्रतिनिधियों ने भी मॉनिटर किया।
– वेक्सीनेशन की तारीख, वेक्सीनेशन केन्द्र और समय की जानकारी एसएमएस द्वारा दी गई थी।
– ड्राय रन की पूर्व संध्या पर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा इन सभी व्यक्तियों से टेलीफोनिक टॉक की गई, जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें यह मालूम है कि उन्हें कब और कहां, किस समय वेक्सीनेशन के लिये पहुँचना है।
– आब्जरवेशन रूम में सभी व्यक्तियों को पूरे प्रोटोकॉल के साथ 30 मिनट तक रोका गया।
– प्रत्येक वेक्सीनेशन केन्द्र पर 25 व्यक्तियों का वेक्सीनेशन किया गया।
गौरतलब है कि प्रदेश की शिवराज सरकार ने लोगों को मुफ्त वैक्सीन देने का वादा किया था। प्रदेश में ड्राइ रन के साथ ही अब लोगों को जल्द ही वैक्सीन लगाई जाएगी इसी बीच शनिवार को देश के स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सिंह ने कहा है कि देश में डाइरन के बाद लोगों को मुफ्त कोविड-19 वैक्सीन लगाई जाएगी।
ड्राइ रन को असली टीकाकरण की तरह बनाने के लिये टीका लगने वाले लोगों को शुक्रवार रात को मैसेज किया गया। आज शनिवार को सुबह 9 बजे इन लोगों को टीकाकरण केंद्र पर टीका आना था। सबसे पहले टीका लगने वाले लोगों के पहचान पत्र देखे फिर सूची में नाम जांचने के बाद मोबाइल पर मैसेज की जांच की। फिर इसके बाद वैक्सीनेशन रूम में ले जाकर पहले टीके को लेकर जानकारी दी गई और फिर टीकाकरण किया गया। लोगों को वैक्सीनेशन के बाद आने वाली समस्याओं के बारे में भी बताया। टीकाकरण के बाद सभी लोगों के 30 मिनट तक सेंटर में ही रोका गया। जिससे टीके के बाद किसी तरह की समस्या होने पर नजर रखी जा सके। खाश बात यह थी कि राजधानी भोपाल में जिन लोगों को टीका लगाया गया है, वह सभी महिलाएं थी।
देशभर में कोविड वैक्सीन के टीकाकरण के दौरान बिना गलती के समय पर वैक्सीन लगाई जा सके, इसके लिये ड्राइ रन किया जा रहा है। ड्राइरन के दौरान वैक्सीनेशन के दौरान पालन किये जाने वाले सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाना है जिसमें टीकाकरण को लेकर वैक्सीन कैरियर से वैक्सीन को सेंटर तक पहुंचाने में सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाना है। ड्राइरन के लिये पूरी टीम को सुबह 9 से ही बुला लिया था। टीम के आने के बाद सांकेतिक टीका लगाया। हालांकि यह टीका केवल ट्राइल के लिये है। इसमें किसी दवाई का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। लेकिन पूरा रिहर्सल उसी तरह से किया जा रहा है जैसे असली टीका लगाने के वक्त किया जाएगा। पहले ड्राय रन को देखने प्रदेश के स्वास्थ्य आयुक्त संजय गोयल जेपी अस्पताल पहुंचे और अधिकारियों के साथ चर्चा कर व्यवस्था देखी। वही ड्राइ रन को देखने प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और कलेक्टर अविनाश लावनिया भी पहुंचे।