साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर (sadhvi pragya singh thakur) भारतीय जनता पार्टी की तरफ से भोपाल लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाई गई हैं और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। साध्वी को भोपाल से टिकट दिलवाने में संघ का काफी जोर रहा है। इसके अलावा इस फिल्म में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के साथ बीती घटनाएं, टार्चर और दुर्व्यवहार को दर्शाया गया है। साथ ही यूपीए सरकार पर भी निशाना साधा गया कि किस तरह RSS के बड़े नेताओं को लपेटे में लेने की कोशिश हुई और इसका जिक्र फिल्म में किया गया है। साथ ही बम धमाकों में जांच का रुख मोड़ने का प्रयास किया गया। यह फिल्म RSS के इंद्रप्रस्थ विश्व संवाद केंद्र की ओर से बनाई गई है। 18 मिनट की इस डाक्यूमेंट्री में साध्वी प्रज्ञा का पक्ष रखा गया है। यह फिल्म बनकर तैयार है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस फिल्म के रिलीज होने के राजनैतिक घमासान बढ़ने की भी आशंका जताई जा रही है। 18 मिनट की इस डाक्यूमेंट्री फिल्म में कथित हिन्दू आतंकवाद को लेकर तत्कालीन यूपीए सरकार के रवैये को दिखाया गया है। साथ ही साध्वी के साथ हुई प्रताड़ना को भी दिखाया गया है। जिसका जिक्र अक्सर साध्वी चुनाव प्रचार के दौरान कर रही है।
इस फिल्म में बताया गया है कि यूपीए की सरकार ने हिन्दी आतंकवाद को लेकर किस तरह रवैया रखा था। इसी के साथ साध्वी ने आरोप लगाए थे कि जिसमें उन्होंने कहा था कि पुलिस हिरासत में उन्हें काफी प्रताड़ित किया गया था। इन आरोपों को बाद में गलत हा गया था। इस विषय को लेकर भी फिल्म में अपना पक्ष रखा गया है।
प्रताड़ित करने वालों ने ही की जांच
इस फिल्म में दिखाया गया है कि साध्वी के साथ हुई मारपीट की जांच करने वाले राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के वही लोग थे, जिन्होंने साध्वी को प्रताड़ित किया था।
फिल्म में यह भी है खास
-इस फिल्म में जांच करने वाले मानव अधिकार आयोग के वही लोग थे जिन्होंने समझौता एक्सप्रेस और मक्का मस्जिद ब्लास्ट को लेकर जांच को तोड़ा-मरोड़ा गया था। उनके बारे में इस फिल्म में बताया गया है।
-यूपीए सरकार ने भगवा और हिन्दी आतंकवाद को लेकर किस तरह से लोगों के सामने उसकी छवि बनाई उसका भी भंडाफोड़ इस फिल्म में होने का दावा किया जा रहा है।
अब आगे क्या
इस फिल्म की रिलीज ऐसे समय पर करने की तैयारी है जब सामने चुनाव है और साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और कांग्रेस के दिग्विजय सिंह चुनाव मैदान में है। दिग्विजय सिंह हिन्दू आतंकवाद को लेकर हमेशा से अपनी आवाज उठाते रहे हैं और साथ ही संघ की निंदा करने का भी कोई मौका नहीं छोड़ते हैं।