तरह-तरह के दीयों से पूरा शहर गुलजार हो चुका है। एक दौर था, जब लोग अपने घरों को मिट्टी के दीयों से रोशन करते थे, वहीं, बीच में ऐसा दौर आया, जब मिट्टी के दीयों की जगह चाइनीज लाइट्स ने ले ली थी, वहीं, एक बार फिर से लोगों से दिवाली जैसे महापर्व पर मिट्टी के दीयों की ओर रुख करना शुरू कर दिया है।
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ज्योतिषाचार्यों के मत अनुसार 1 नवबंर को अमावस्या तिथि प्रदोष और निशिता काल को स्पर्श नहीं कर रही है, जबकि 31 अक्टूबर को अमावस्या तिथि प्रदोष काल से लेकर निशिता काल तक व्याप्त रहेगी। ज्योतिषाचार्य पंडित जगदीश शर्मा बताया कि 1 नवंबर को आयुष्मान योग और स्वाति नक्षत्र का संयोग भी बन रहा है, लेकिन, तिथियों और पंचांग के अनुसार, इस बार 31 अक्टूबर को ही दिवाली मनाना ज्यादा शुभ रहेगा।
ये हैं प्रतिमाओं के रेट
बाजार में प्लास्टर ऑफ पेरिस के अलावा टेरा कोटा और मिट्टी की मूर्ति, बच्चों के खिलौने उपलब्ध हैं। लक्ष्मी-गणेश की मिट्टी की मूर्ति 80 से 500 व टेरा कोटा की मूर्ति 50 से 200 रुपए तक, देवताओं की मूर्ति के वस्त्र 25 से 250 रुपए तक, आसन 20 से 60 रुपए तक, माला 10 से 100 रुपए तक और दीया की बाती 5 से 15 रुपए की बिक्री की जा रही है।