मध्यप्रदेश के एक आदिवासी कांग्रेस विधायक की राज्य सरकार पर धार जिले के कारम डैम में घोटाले के आरोप लगाते हुए निकाली जा रही न्याया यात्रा गुरुवार को राजधानी भोपाल पहुंच गई। इसकी अगवानी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की। इस दौरान कांग्रेस की इस यात्रा को राजधानी में प्रवेश नहीं करने दिया गया। उसे लाल घाटी पर ही रोक लिया गया। इसे लेकर नाराज कमलनाथ अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ सड़क पर बैठ गए।
इससे पहले कारम डैम में हुए भ्रष्टाचार और विस्थापितों को उचित मुआवजा देने समेत आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आदिवासी न्याया यात्रा निकाली जा रही है। यह यात्रा धार जिले से शुरू हुई जो गुरुवार को राजधानी भोपाल पहुंची। कई जिलों में इस यात्रा का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। धार जिले के धरमपुरी से कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा की अगुवाई में यह यात्रा निकाली जा रही है। इस यात्रा में कई कांग्रेस नेता भी शामिल थे।
बेरिकेड लगाकर रोकी यात्रा
इधर, धार जिले से आई कांग्रेस की आदिवासी न्याय यात्रा को लाल घाटी पर ही बैरिकेड्स लगाकर रोक दिया गया। सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स को पार करने की कोशिश की, लेकिन प्रशासन ने उन्हें बैरिकेड्स पार करने नहीं दिया। काफी देर तक कांग्रेस कार्यकर्ता मशक्कत करते रहे।
शिवराज जी नीयत और नीति समझ में आ गई
इस मौके पर कमलनाथ ने मीडिया से कहा कि आदिवासियों के साथ प्रदेश में अन्याय हो रहा है। राज्य सरकार भ्रष्टाचार से घिरी हुई है। शिवराजसिंह जी की नीयत और नीति अब सबको समझ में आ गई है। धार जिले के कारम डैम भ्रष्टाचार का नतीजा था।