वहीं भोपाल पहुंचे इन कांग्रेसी विधायकों को को उनके घर जाने की इजाजत नहीं दी गई है। सभी विधायकों को एमपी नगर स्थित एक होटल में ठहराया गया है। वहीं कैबिनेट की मीटिंग के बाद सीएम कमलनाथ कांग्रेस विधायकों से मिलने के लिए होटल भी पहुंचे थे। इससे पहले इन विधायकों की होटल में ही कोरोना के खतरे के मद्देनजर स्क्रीनिंग हुई।
विधायकों में कोरोना का खौफ…
भोपाल पहुंचे कांग्रेस विधायकों में कोरोना का खौफ भी है। क्योंकि राजस्थान के जयपुर में कोरोना वायरस के कई पॉजिटिव केस मिले हैं। इसके बाद विधायकों में भी दहशत है। कांग्रेस के सभी विधायक जयपुर में रहे हैं। साथ ही उन लोगों ने राजस्थान के कई इलाकों का भ्रमण भी किया है।
परिजन भी हैं चिंतित
बताया जा रहा है कि विधायकों के परिजन भी चिंतित है। क्योंकि जयपुर में रहने के दौरान उनसे संपर्क भी नहीं हो पा रहा था। हर दिन जयपुर में कोरोना के प्रभाव को लेकर खबरें भी आ रही थीं, ऐसे में सरकार ने भोपाल पहुंचने के बाद कोरोना टेस्ट करवाने का फैसला लिया। होटल में 90 से ज्यादा विधायक ठहरे हुए हैं, उन सभी एक-एक कर जांच की जाएगी।
इस बीच, कमलनाथ सरकार में मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा,“ हमारे पास बहुमत है। कल फ्लोर टेस्ट हो ये जरूरी नहीं। अभी तो कोरोना चल रहा है।” वहीं, एक अन्य मंत्री उमंग सिंघार ने कहा- बजट सत्र नहीं टाला जाएगा।
वहीं इससे पहले सियासी घटनाक्रम पर स्पीकर एनपी प्रजापति ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कई सवालों के जवाब दिए। जबकि फ्लोर टेस्ट के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये काल्पनिक बात है। लेकिन जब उनसे इस बारे में लगातार सवाल किए तो उन्होंने कहा-आपको कल ही इस बारे में पता चलेगा। फैसला लेने से पहले मैं आप लोगों को नहीं बताऊंगा।