नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मध्यप्रदेश बच्चियों और महिलाओं के साथ शारीरिक अत्याचार में पूरे देश में नंबर वन पर है। इसके बाद भी सीएम एक ऐसे विधेयक पास होने पर अपना सम्मान करवा रहे हैं, जिसके कानून बनने का पता भी नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस समय यह सम्मान हो रहा था, उसी समय सामूहिक गैंगरेप कर जिंदा जला दी गई लड़की की अंत्येष्टि की तैयारी चल रही थी।
अजय सिंह ने कहा कि गृहमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में ही नाबालिग के साथ अत्याचार हुआ। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक ओर बालिकाओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं वहीं सरकार के मंत्री उन्हें समाज में इज्जत दिलाने के बजाए ऐसे-ऐसे सुझाव दे रहे हैं कि वे जीवनभर जिल्लत की जिंदगी जीने को मजबूर रहे।
अजय सिंह के मुताबिक एक मंत्री कोचिंग सेंटर 7 बजे बंद करने, तो दूसरे मंत्री ने रेप पीड़िता को पद्मावती सम्मान देने तो तीसरी महिला मंत्री कह रही हैं कि रेप पीड़िता को शस्त्र लाइसेंस देंगे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि महिला मंत्री का यह बयान बताता है कि भाजपा सरकार महिलाओं की सुरक्षा कर पाने में नाकाम हो गई है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा की वहीं समाज में रेप पीड़िता जीवन भर सरकार के तमगे को लगाकर घूमेगी कि वह रेप पीड़िता है। ऐसा बयान एक महिला मंत्री का दिया जाना जहां सुप्रीम कोर्ट की रेप पीड़िता की पहचान गाइड लाइन का उल्लंघन तो है ही, वहीं यह भी बताता है कि सरकार के मंत्री अपनी सुदबुध खो बैठे हैं।