- राजस्व मामले निपटान में भोपाल प्रदेश में फिसड्डी है। किसानों ने बताया आरआई-पटवारी अविवादित नामांतरण की बजाय विवादित नामांतरण पर फोकस करते हैं। कलेक्टर ने अफसरों को कारण पूछा तो वे जवाब नहीं दे पाए।
- जमीन की नपती में जिले को 30 मशीनें मिली हुई है, फिर भी निजी एजेंसियों से नपती कराई जा रही। कारण पूछा तो बताया गया सरकारी मशीनें खराब है। कलेक्टर ने कहा, एक साथ 30 मशीनें कैसे खराब हो सकती है? इन्हें दुरूस्त करवाकर आरआई को जिम्मेदारी में देने के निर्देश दिए। अब सरकारी मशीनों से ही नपती के निर्देश दिए।
- किसानों ने कहा, उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी ही नहीं, कृषि उपसंचालक ने कहा कि हम किसान पाठशाला लगा रहे हैं, जब उनसे किसानों से फोटो व जानकारी मांगी तो नहीं मिली। इसपर किसान पाठशाला फिर से शुरू कर उसके फोटो और जानकारी हर सप्ताह देने का कहा गया।
- बिजली कंपनी अफसरों ने बताया किसानों के लिए 130 नई डीपी स्थापित कराई। किसानों ने इसकी सूची मांगी तो वे दें नहीं पाए।
किसानों को योजनाओं की जानकारी नहीं होगी तो वे लाभ कैसे लेंगे। जब अफसर आमने-सामने बैठे तो कलेक्टर के सामने स्थिति स्पष्ट हुई। अब शिविर में निराकरण होंगे।
- राहुल धूत, नेता किसान संघ